पटना: राजधानी में हर तीन माह बाद वेतन भुगतान नहीं होने के कारण नगर निगम के सफाई कर्मियों की हड़ताल शुरू हो जाती है. जिसके चलते पटना शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो जाती है. एक बार फिर पिछले सप्ताह पटना नगर निगम के सफाई कर्मियों ने हड़ताल की था. लेकिन इस बार सफाई कर्मियों की हड़ताल देख निगम प्रशासन पूरी तरह से शख्त हो गया है.
रद्द होगा दो एजेंसियों का टेंडर
निगम बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि जो एजेंसी निगम को सफाई कर्मी उपलब्ध कराती है. उनपर कार्रवाई की जाएगी. निगम ऐसी दो सफाई एजेंसियों का टेंडर रद्द करेगा. साथ ही इन्हें ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा. पटना नगर निगम के आयुक्त अमित कुमार पांडेय ने सफाई कर्मियों के वेतन भुगतान और उनके पीएफ का पैसा एजेंसी के जरिए भुगतान नहीं करने पर करवाई करने की बात कही है.
निगम प्रशासन करेगा कार्रवाई
सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि शहर की सफाई के लिए निगम के जरिए एजेंसियों का चयन किया गया था. दो एजेंसियां मुख्य रूप से सफाई कर्मी की नियुक्ति कर शहर की सफाई करवाती हैं. लेकिन बीते कई दिनों से हर 3 महीने में सफाई कर्मी हड़ताल पर चले जाते हैं. जिसके चलते काम प्रभावित होता है. इसलिए अब निगम प्रशासन ने एजेंसी गुडियर और एवरेस्ट पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है.