पटना: आरजेडी से नाराज चल रहे रघुवंश प्रसाद सिंह कोरोना संक्रमित हैं. उनका इलाज राजधानी स्थित एम्स में हो रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें फोन कर उनका हालचाल जाना है. पीएम के फोन के बाद से बिहार में सियासत गरमाने लगी है. अटकलें तेज होने लगी है कि रघुवंश प्रसाद बीजेपी में जा सकते हैं.
इसको लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अच्छे व्यक्ति हैं. केन्द्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने बिहार के विकास के लिए अपना अहम योगदान दिया था. वे जल्द स्वस्थ हो, उसके लिए वे ईश्वर से कामना करते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि भाजपा आलाकमान यह तय करेगा कि रघुवंश प्रसाद हमारे साथ आएंगे या नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि राजनीतिक मतभेद से पड़े वे विकास के लिए काम करने वाले जननेता हैं.
'भाजपा मौकापरस्त पार्टी'
कृषि मंत्री के बायान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा कि दुनिया जानती है कि बीजेपी और उनके नेता सबसे बड़े मौका परस्त लोग हैं. रघुवंश बाबू कोरोना संक्रमित हैं. बीमार होने के बाद पीएम और रक्षा मंत्री को उनकी याद आई है. भाजपा को जब से पता चला कि वे लालू यादव से नाराज चल रहे हैं, तब से भाजपा अपनी राजनीति कर रही है.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सियासत है. पीएम और रक्षा मंत्री को रघुवंश प्रसाद से कोई मतलब नहीं है. चुनाव को लेकर भाजपा उनसे हमदर्दी दिखा रही है. भाजपा के लोग कब क्या करेगें, इससे रघुवंश बाबू भी वाकिफ हैं.
इसी साल विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शतरंज की बिसात बिछने लगी है. प्रदेश में शह-मात का खेल भी शुरू हो चुका है. अमित शाह की अगुआई में एनडीए राजद के घर में सेंध लगा चुका है. इसी बीच राजद के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने जब से आरजेडी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. कई तरह की अटकलें शुरू हो गई हैं.
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में भी एकता की कमी साफ तौर पर देखी जा रही है. महागठबंधन का एक गुट तेजस्वी को नेता मानने को तैयार नहीं है. एनडीए जीतन मांझी पर भी चारा फेंक रहा है.
आरजेडी में सब कुछ ठीक नहीं
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. लालू प्रसाद के सबसे निकटतम सहयोगियों में से एक रघुवंश प्रसाद ने नाराज होकर पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. देश में मनरेगा जैसी योजना की शुरुआत करने वाले रघुवंश प्रसाद का इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष तेजस्वी और महागठबंधन के लिए किसी भी झटके से कम नहीं है.