वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को यूक्रेन पर रूसी मिसाइल और ड्रोन हमलों की निंदा की. साथ ही उन्होंने यूक्रेन के लिए अमेरिका के दृढ़ समर्थन को दोहराया. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी रक्षा विभाग यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति बढ़ाएगा तथा उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से देश के साथ खड़े होने का आह्वान किया.
बाइडेन ने एक बयान में कहा, 'क्रिसमस के शुरुआती घंटों में रूस ने यूक्रेनी शहरों और बिजली से जुड़े महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों पर मिसाइलों और ड्रोनों से जबरदस्त हमले किए. उन्होंने इस हमले को अपमानजनक बताया और कहा कि इसका उद्देश्य ग्रिड की सुरक्षा को खतरे में डालना जिससे सर्दियों के दौरान बिजली आपूर्ति ठप करना था. ताकि यूक्रेनी लोगों सर्दी से राहत पाने की व्यवस्था न कर सके.
उन्होंने कहा कि यूक्रेनी लोग शांति और सुरक्षा से रहने के हकदार हैं. अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यूक्रेन के साथ तब तक खड़ा रहना चाहिए जब तक कि वह रूस की आक्रामकता पर विजय प्राप्त नहीं कर लेता. बाइडेन ने इस दौरान यूक्रेन को अमेरिकी मदद की बात दोहराई. उन्होंने कहा कि अमेरिका रूस के विरुद्ध यूक्रेन को मजबूत बनाना जारी रखेगा.
उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में अमेरिका ने यूक्रेन को सैकड़ों वायु रक्षा मिसाइलें प्रदान की है. साथ ही रक्षा विभाग को यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति जारी रखने का निर्देश दिया गया है. बाइडेन ने स्पष्ट किया कि अमेरिका रूसी सेनाओं के विरुद्ध रक्षा में यूक्रेन की स्थिति को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास जारी रखेगा.
इससे पहले क्रिसमस के अवसर पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने क्रिसमस के त्यौहार पर यूक्रेन के बिजली से जुड़े बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमला करने के लिए रूस की निंदा की और हमले को 'अमानवीय' बताया.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार रूसी मिसाइलों के हमलें में दक्षिणी यूक्रेन में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए. पूरे यूक्रेन में बिजली से जुड़े बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा. खेरसॉन के गवर्नर ने बुधवार सुबह हताहतों की संख्या की घोषणा की. रिपोर्ट के अनुसार पूर्वोत्तर यूक्रेन में खार्किव पर मिसाइल हमले में कम से कम छह लोग घायल हो गए, गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने कहा.
यूक्रेनी वायु सेना ने पुष्टि की है कि खार्किव पर दागी गई मिसाइलें बैलिस्टिक थी. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार निप्रोपेट्रोव्स्क में गवर्नर सेरही लिसाक ने कहा कि रूस एक पावर ग्रिड को निशाना बना रहा था.