पटना: जिले में लोगों के बीच एकता बनाए रखने के लिए सद्भावना मार्च निकाला गया. जिसमें सभी समुदाय के लोगों ने मिलकर भारत माता का नारा लगाया और आपस में एक रहने का संदेश दिया. इलाके में अमन और चैन कायम रखने के लिए लोगों ने सुलतानगंज मलेरिया ऑफिस से गायघाट तक यह सद्भावना मार्च निकाला. इस मार्च में कई महिलाएं भी शामिल हुई.
एकता और शांति का संदेश
इस संबंध में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इरशाद अली ने कहा कि इस सद्भावना मार्च में हर तरह के लोगों ने हिस्सा लिया. उन्होंने बताया कि अफवाहों के कारण आपस में बड़े-बड़े झगड़े हो जाते हैं. इरशाद अली ने कहा कि कुछ असमाजिक तत्व समाज में झगड़ा करवाते हैं. उन्होंने कहा कि इस सद्भावना मार्च के जरिए हमलोग आपस में एकता और शांति का संदेश दे रहे हैं.
'भाईचारा खराब कर रहे असमाजिक तत्व'
वहीं, समाजसेवी चुन्नू चंद्रवंशी ने कहा कि कुछ असमाजिक तत्व पटना साहिब को बिगाड़ने में लगे हैं. लोगों ने गंगा-जमुना तहजीव को को बर्बाद करने में लगे हैं. जो आपस में भाईचारा बना है, इसको असमाजिक तत्व के लोग तोड़ने में लगे हैं. उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों से हमलोगों ने पूरे शहर में अमन और शांति के लिए काम कर रहे हैं. इसको लेकर जिला प्रशासन ने भी तारीफ की है.
क्या है मामला?
बता दें कि 4 अक्टूबर को मूर्ति विस्रजन के दौरान दो समुदाय के बीच झड़प हो गई थी. इस झड़प में कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे. इस बढ़ते विवाद को शांति बनाए रखने के लिए बुधवार को सद्भावना मार्च निकाला गया.