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बिहार वासियों को व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी का इंतजार, वाहन मालिकों को होगा फायदा

मार्च महीने में केंद्र सरकार ने ऑटो सेक्टर को लेकर एक बड़ी पहल की है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी की घोषणा की. जिसके तहत प्रदूषण फैलाने वाले पुराने वाहनों को सड़कों से हटाया जाएगा और जो लोग अपनी पुरानी गाड़ियों के बदले नई गाड़ी लेंगे उन्हें रोड टैक्स में छूट के साथ कई डिस्काउंट भी मिलेंगे. किस तरह बिहार में इसके फायदे होंगे और केंद्र सरकार की इस नई पहल को लेकर क्या है तैयारी? देखते हैं इस खास रिपोर्ट में.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
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Published : Apr 9, 2021, 3:31 PM IST

पटना: व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी यानी वाहन कबाड़ नीति की घोषणा मार्च महीने में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से की गई है. इसके तहत 15 साल से पुराने व्यावसायिक वाहन और 20 साल से पुराने निजी वाहनों को स्क्रैप में डाला जा सकेगा और इसके बदले नए वाहन लेने में वाहन मालिक को एक निश्चित छूट भी मिलेगी. इस नीति से पुराने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क से बाहर किया जा सकेगा.

ये भी पढ़ें- PM मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बढ़ते कोरोना को लेकर बैठक, सीएम भी शामिल

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में ऑटो इंडस्ट्री करीब 4.50 लाख करोड़ की है. अगले 5 साल में यह 10 लाख करोड़ की होने की उम्मीद है.

पेश है रिपोर्ट

क्या होंगे फायदे
ऑटोमोबाइल सेक्टर को स्क्रैपेज पॉलिसी से फायदा होगा. क्योंकि लोग अपने पुराने वाहन को स्क्रैप में डालकर नए वाहन खरीदेंगे जिससे नए वाहनों की बिक्री बढ़ेगी.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
वाहन कबाड़ नीति की घोषणा

स्क्रैप पॉलिसी की गाइडलाइंस का इंतजार
बिहार के लोगों को व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी की गाइडलाइंस का इंतजार है. विशेष रूप से ऐसे वाहन मालिक जिनके पास पुरानी गाड़ियां हैं, वे इस इंतजार में हैं कि स्क्रैप पॉलिसी के तहत पुरानी गाड़ियों को कबाड़ में डालकर नई गाड़ी खरीदने में जो टैक्स छूट और रिबेट मिलेगी उसका फायदा ले सकें.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
ईटीवी भारत ग्राफिक्स

इस बारे में ईटीवी भारत ने कई ऐसे वाहन मालिकों से बात की जो स्क्रैपेज पॉलिसी के बारे में सुन चुके हैं. जबकि उन्हें अब तक इसकी गाइडलाइंस नहीं मिल पाई है. वहीं वाहन डीलर भी इस पॉलिसी का इंतजार कर रहे हैं. 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ी के मालिक पारितोष राय और राकेश कुमार ने बताया कि इस पॉलिसी के तहत अगर नई गाड़ी के निबंधन सरकार रिबेट देगी तो निश्चित तौर पर वो अपनी पुरानी गाड़ी कबाड़ में डाल देंगे. नई गाड़ी लेकर इसका फायदा उठाएंगे.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
वाहन कबाड़ नीति की घोषणा

'मिलेगा फायदा'
परितोष राय ने कहा कि सड़क पर पुरानी डीजल गाड़ियां काफी प्रदूषण फैलाती हैं. इस पॉलिसी के लागू होने से प्रदूषण कम करने में भी काफी मदद मिलेगी. वहीं एक और वाहन मालिक संजीव राजगिरी ने कहा कि उनके परिवार में और सगे संबंधियों में कई ऐसे लोग हैं जिनके पास पुरानी गाड़ियां हैं. नई पॉलिसी के लागू होने पर पुरानी गाड़ियों को कबाड़ में डालकर नई गाड़ी लेकर टैक्स छूट और अन्य डिस्काउंट का फायदा उठाएंगे.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
लोगों को व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी का इंतजार

गाइडलाइंस का इंतजार
किरण ऑटोमोबाइल्स के डायरेक्टर नितिन कुमार ने बताया कि यह पॉलिसी तो बहुत अच्छी है, लेकिन बिहार में सरकार क्या गाइडलाइंस जारी करती है ? और कब तक यह लागू होता है, इसका इंतजार उन्हें भी है. नितिन कुमार ने कहा कि इस पॉलिसी के लागू होने से निश्चित तौर पर नए वाहनों के निबंधन में इजाफा होगा.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
लोगों को है गाइडलाइन का इंतजार

'स्क्रैप पॉलिसी बहुत अच्छी है, बिहार सरकार क्या गाइडलाइंस जारी करती है, और कब ये लागू होगी इसका इंतजार हमें भी है'- नितिन कुमार, पुरानी गाड़ी का मालिक

क्या कहते हैं अधिकारी ?
ईटीवी भारत ने परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल से इस स्क्रेपेज पॉलिसी के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि स्क्रैपेज पॉलिसी की घोषणा केंद्र सरकार की ओर से की गई है. लेकिन इसकी पूरी गाइडलाइंस और पॉलिसी का इंतजार उन्हें भी है. उन्होंने कहा कि यह पॉलिसी अभी प्राइमरी स्टेज में है. इसे लागू होने में थोड़ा वक्त लगेगा.

'अभी BS-6 मॉडल चलरहा है, पुरानी गाड़ियां BS-2 पर चल रही हैं. केंद्र सरकार स्क्रैप पॉलिसी के तहत कुछ इन्सेंटिव देने की तैयारी कर रही है. ये पॉलिसी फाइनल स्टेज में है. जैसे ही इसका ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा, राज्य सरकार भी उसके मुताबिक गाइडलाइंस देगी और एक अंतिम रूप-रेखा सामने आएगी-' संजय कुमार अग्रवाल, सचिव, परिवहन विभाग.

ये भी पढ़ें- बिहार को इथेनॉल हब बनाने की कवायद तेज, शाहनवाज हुसैन ने कहा- ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर होंगे सृजित

प्रदूषण के स्तर को कम करना लक्ष्य
दरअसल बिहार समेत पूरे देश में वर्तमान में लाखों ऐसी गाड़ियां चल रही है जिनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है. इन गाड़ियों से जबरदस्त प्रदूषण होता है. स्क्रैपेज पॉलिसी का पहला लक्ष्य यही है कि प्रदूषण के स्तर को कम किया जाए. एक अनुमान के मुताबिक पूरे देश में लगभग 15 लाख मध्यम और भारी मोटर वाहन हैं जो 15 साल से ज्यादा पुराने हैं. और इनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है. वहीं 20 साल से ज्यादा पुराने 50 लाख से ज्यादा हल्के मोटर वाहन और 15 साल से ज्यादा पुरानी करीब 34 लाख अन्य गाड़ियां हैं.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
ईटीवी भारत ग्राफिक्स

पर्यावरण को शुद्ध करने में मदद
वायु प्रदूषण के मामले में बिहार के कई शहर टॉप पर हैं. बिहार में स्क्रेपेज पॉलिसी लागू होने के बाद उम्मीद है कि फिटनेस प्रमाण पत्र के बिना चल रहीं लाखों ऐसी गाड़ियां सड़क से बाहर हो जाएंगी जिन से प्रदूषण फैल रहा है. इनके बदले नई गाड़ियों की खरीद होगी जिससे ना सिर्फ ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का भला होगा बल्कि पर्यावरण को शुद्ध करने में मदद मिलेगी.

पटना: व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी यानी वाहन कबाड़ नीति की घोषणा मार्च महीने में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से की गई है. इसके तहत 15 साल से पुराने व्यावसायिक वाहन और 20 साल से पुराने निजी वाहनों को स्क्रैप में डाला जा सकेगा और इसके बदले नए वाहन लेने में वाहन मालिक को एक निश्चित छूट भी मिलेगी. इस नीति से पुराने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क से बाहर किया जा सकेगा.

ये भी पढ़ें- PM मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बढ़ते कोरोना को लेकर बैठक, सीएम भी शामिल

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में ऑटो इंडस्ट्री करीब 4.50 लाख करोड़ की है. अगले 5 साल में यह 10 लाख करोड़ की होने की उम्मीद है.

पेश है रिपोर्ट

क्या होंगे फायदे
ऑटोमोबाइल सेक्टर को स्क्रैपेज पॉलिसी से फायदा होगा. क्योंकि लोग अपने पुराने वाहन को स्क्रैप में डालकर नए वाहन खरीदेंगे जिससे नए वाहनों की बिक्री बढ़ेगी.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
वाहन कबाड़ नीति की घोषणा

स्क्रैप पॉलिसी की गाइडलाइंस का इंतजार
बिहार के लोगों को व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी की गाइडलाइंस का इंतजार है. विशेष रूप से ऐसे वाहन मालिक जिनके पास पुरानी गाड़ियां हैं, वे इस इंतजार में हैं कि स्क्रैप पॉलिसी के तहत पुरानी गाड़ियों को कबाड़ में डालकर नई गाड़ी खरीदने में जो टैक्स छूट और रिबेट मिलेगी उसका फायदा ले सकें.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
ईटीवी भारत ग्राफिक्स

इस बारे में ईटीवी भारत ने कई ऐसे वाहन मालिकों से बात की जो स्क्रैपेज पॉलिसी के बारे में सुन चुके हैं. जबकि उन्हें अब तक इसकी गाइडलाइंस नहीं मिल पाई है. वहीं वाहन डीलर भी इस पॉलिसी का इंतजार कर रहे हैं. 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ी के मालिक पारितोष राय और राकेश कुमार ने बताया कि इस पॉलिसी के तहत अगर नई गाड़ी के निबंधन सरकार रिबेट देगी तो निश्चित तौर पर वो अपनी पुरानी गाड़ी कबाड़ में डाल देंगे. नई गाड़ी लेकर इसका फायदा उठाएंगे.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
वाहन कबाड़ नीति की घोषणा

'मिलेगा फायदा'
परितोष राय ने कहा कि सड़क पर पुरानी डीजल गाड़ियां काफी प्रदूषण फैलाती हैं. इस पॉलिसी के लागू होने से प्रदूषण कम करने में भी काफी मदद मिलेगी. वहीं एक और वाहन मालिक संजीव राजगिरी ने कहा कि उनके परिवार में और सगे संबंधियों में कई ऐसे लोग हैं जिनके पास पुरानी गाड़ियां हैं. नई पॉलिसी के लागू होने पर पुरानी गाड़ियों को कबाड़ में डालकर नई गाड़ी लेकर टैक्स छूट और अन्य डिस्काउंट का फायदा उठाएंगे.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
लोगों को व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी का इंतजार

गाइडलाइंस का इंतजार
किरण ऑटोमोबाइल्स के डायरेक्टर नितिन कुमार ने बताया कि यह पॉलिसी तो बहुत अच्छी है, लेकिन बिहार में सरकार क्या गाइडलाइंस जारी करती है ? और कब तक यह लागू होता है, इसका इंतजार उन्हें भी है. नितिन कुमार ने कहा कि इस पॉलिसी के लागू होने से निश्चित तौर पर नए वाहनों के निबंधन में इजाफा होगा.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
लोगों को है गाइडलाइन का इंतजार

'स्क्रैप पॉलिसी बहुत अच्छी है, बिहार सरकार क्या गाइडलाइंस जारी करती है, और कब ये लागू होगी इसका इंतजार हमें भी है'- नितिन कुमार, पुरानी गाड़ी का मालिक

क्या कहते हैं अधिकारी ?
ईटीवी भारत ने परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल से इस स्क्रेपेज पॉलिसी के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि स्क्रैपेज पॉलिसी की घोषणा केंद्र सरकार की ओर से की गई है. लेकिन इसकी पूरी गाइडलाइंस और पॉलिसी का इंतजार उन्हें भी है. उन्होंने कहा कि यह पॉलिसी अभी प्राइमरी स्टेज में है. इसे लागू होने में थोड़ा वक्त लगेगा.

'अभी BS-6 मॉडल चलरहा है, पुरानी गाड़ियां BS-2 पर चल रही हैं. केंद्र सरकार स्क्रैप पॉलिसी के तहत कुछ इन्सेंटिव देने की तैयारी कर रही है. ये पॉलिसी फाइनल स्टेज में है. जैसे ही इसका ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा, राज्य सरकार भी उसके मुताबिक गाइडलाइंस देगी और एक अंतिम रूप-रेखा सामने आएगी-' संजय कुमार अग्रवाल, सचिव, परिवहन विभाग.

ये भी पढ़ें- बिहार को इथेनॉल हब बनाने की कवायद तेज, शाहनवाज हुसैन ने कहा- ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर होंगे सृजित

प्रदूषण के स्तर को कम करना लक्ष्य
दरअसल बिहार समेत पूरे देश में वर्तमान में लाखों ऐसी गाड़ियां चल रही है जिनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है. इन गाड़ियों से जबरदस्त प्रदूषण होता है. स्क्रैपेज पॉलिसी का पहला लक्ष्य यही है कि प्रदूषण के स्तर को कम किया जाए. एक अनुमान के मुताबिक पूरे देश में लगभग 15 लाख मध्यम और भारी मोटर वाहन हैं जो 15 साल से ज्यादा पुराने हैं. और इनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है. वहीं 20 साल से ज्यादा पुराने 50 लाख से ज्यादा हल्के मोटर वाहन और 15 साल से ज्यादा पुरानी करीब 34 लाख अन्य गाड़ियां हैं.

People of Bihar await guidelines for vehicle scrap policy
ईटीवी भारत ग्राफिक्स

पर्यावरण को शुद्ध करने में मदद
वायु प्रदूषण के मामले में बिहार के कई शहर टॉप पर हैं. बिहार में स्क्रेपेज पॉलिसी लागू होने के बाद उम्मीद है कि फिटनेस प्रमाण पत्र के बिना चल रहीं लाखों ऐसी गाड़ियां सड़क से बाहर हो जाएंगी जिन से प्रदूषण फैल रहा है. इनके बदले नई गाड़ियों की खरीद होगी जिससे ना सिर्फ ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का भला होगा बल्कि पर्यावरण को शुद्ध करने में मदद मिलेगी.

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