पटना: ट्रेनों की पेंट्रीकार (train pantry car) में और रेलवे स्टेशन पर रेल नीर ब्रांड का पानी( 'Rail Neer' brand water) बेचने का नियम है. इसके वाबजूद कुछ ट्रेनों में दूसरे ब्रांड के पानी की बिक्री हो रही है. अनधिकृत ब्रांड के पानी की बिक्री से रेलवे को राजस्व नुकसान के साथ ही यात्रियों के स्वास्थ्य को भी खतरा है. इसी कड़ी में आज ट्रेन नम्बर 15483 महानंदा एक्सप्रेस की पेंट्रीकार का वाणिज्य विभाग की ओर से औचक निरीक्षण (surprise inspection of commerce department) किया गया. निरीक्षण के दौरान 300 बोतल गैर-अनुमोदित पैकेज्ड वाटर मिला. ये पैंट्रीकार में 25 कार्टन में रखे हुए थे, उसे जब्त कर पटना जंक्शन पर नष्ट किया गया.
न्यू बरौनी स्टेशन पर अवैध तरीके से लोड हुआ था ये पानी : बताया जा रहा है कि पैकेज्ड वाटर सोनपुर मंडल के न्यू बरौनी स्टेशन पर अवैध तरीक़े से ट्रेन में लोड किया गया था. बता दें कि ट्रेन की पेंट्रीकार एवं अन्य मेल एक्सप्रेस ट्रेन में केवल रेल नीर पानी ही बेचना है. जिसकी जवाबदेही आईआरसीटीसी की होती है. ट्रेन एवं पेंट्रीकार में रेल नीर के बदले दूसरा कोई भी ब्रांड नहीं बेचना होता है. लेकिन पेंट्रीकार के कर्मी रेल नीर के बदले अन्य ब्रांड के पानी की बोतल बेच रहे थे. इसकी सूचना मिलते ही वाणिज्य विभाग की ओर से कार्रवाई की गई है.
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पेंट्रीकार कर्मी करते थे कमीशन का खेल : रेल नीर के पानी के एक बोतल पर 1 रुपये का कमीशन मिलता है, जबकि अन्य ब्रांड के पानी के एक बोतल पर आसानी से 5 से 8 रुपये तक कमीशन बन जाता है . जिसके कारण पेंट्रीकार के कर्मी रेल नीर की अनुपलब्धता बताते हुए अन्य ब्रांड का पानी ट्रेनों में बेच देते हैं. हालांकि, पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि यह अभियान अब लगातार चलाया जाएगा और ऐसे पेंट्रीकार के कर्मियों को धर दबोचा जाएगा, जो रेल नीर के बदले अन्य ब्रांड का पानी सप्लाई करते हैं.
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