पटना: बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद जेपी सेतु से एनएच 19 तक के लिए कनेक्टिविटी का जायजा लिया था और अधिकारियों और अभियंताओं को इसके कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए. मरीन ड्राइव का दूसरा फेज पूरा हो जाने से दक्षिण बिहार और उत्तर बिहार के लोगों को आने जाने में समय की बड़ी बचत होगी.
पढ़ें- आसान सफर.. जाम से मुक्ति.. मरीन ड्राइव का मजा...यह है पटना का क्वीन नेकलेस
अगस्त में शुरू होगा मरीन ड्राइव का दूसरा फेज: पटना के बड़े हिस्से को जाम से मुक्ति मिलेगी तो वहीं पटना सिटी के लोगों को हाजीपुर सोनपुर छपरा के साथ पटना एम्स जाना भी आसान हो जाएगा. पटना मरीन ड्राइव के कारण राजधानी की यातायात की सूरत बदल जाएगी. पटना में एक तरफ मरीन ड्राइव तो दूसरी तरफ अटल पथ और बेली रोड पर लोहिया पथ चक्र के साथ पटना रिंग रोड के तहत एलिवेटेड रोड बड़े शहरों की तरह दिखने लगेगा. दूसरे फेज के शुरू होने से गांधी सेतु से गांधी मैदान की दूरी महज 5 मिनट में पूरी हो जाएगी.
गायघाट से सीधे पहुंचेंगे PMCH: पिछले साल पटना मरीन ड्राइव के पहले चरण का काम पूरा हुआ था और दीघा से एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक लोगों को आने-जाने की सुविधा मिल गई थी. यहां से पीएमसीएच तक जाने का रूट था. लेकिन पीएमसीएच के बाद दूसरे फेज का निर्माण कार्य चल रहा था, जो अब गायघाट तक एक लेन पूरा हो गया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट : पहले चरण में 5.5 किलोमीटर लंबाई में आवागमन की सुविधा राजधानी के लोगों को मिली थी. अब मरीन ड्राइव का बड़ा हिस्सा अगस्त में पूरा हो जाएगा. 12.5 किलोमीटर तक लोग फर्राटे के साथ आवागमन कर सकेंगे. हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था और जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था. उसके बाद काम में और तेजी आई है और अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है.
3300 करोड़ की राशि विस्तार पर खर्च: पटना के मरीन ड्राइव (जेपी गंगापथ ) को लेकर मुख्यमंत्री ने इसे एक तरफ दीदारगंज से बख्तियारपुर तक दूसरी तरफ दीघा से शेरपुर तक विस्तार करने का निर्देश भी दिया है. बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने उस पर काम शुरू कर दिया है. 13300 करोड़ की राशि विस्तार पर खर्च होने वाला है.
2024 तक दीदारगंज तक आवागमन शुरू: फिलहाल 5,000 करोड़ की राशि दीघा से दीदारगंज के बीच तैयार हो रहे मरीन ड्राइव पर खर्च हो रहा है. इसकी कुल लंबाई 20 किलोमीटर से अधिक है. अगस्त में 12.5 किलोमीटर से अधिक लंबाई में गायघाट तक आवागमन की सुविधा मिल जाएगी और 2024 तक दीदारगंज तक आवागमन शुरू हो जाएगा.
इन इलाके के लोगों को मिलेगी जाम से मुक्ति: पटना मरीन ड्राइव को कई प्रमुख स्थानों पर जिसमें दीघा के पास अटल पथ से गांधी मैदान के पास गोलघर पथ से और पीएमसीएच के पास लिंक रोड से जोड़ा गया है. जब दीदारगंज तक यह शुरू हो जाएगा तब गायघाट, कंगन घाट सहित कई और स्थानों से इसे लिंक किया जाएगा.
दीघा से गायघाट तक 12.5 KM की सड़क: ऐसे पटना मरीन ड्राइव का काम वर्ष 2013 में ही शुरू हुआ था और 2017 में पूरा होना था. लेकिन लक्ष्य के पांच साल बाद पहले फेज का और 6 साल बाद इसके दूसरे फेज का काम पूरा हुआ है. दीघा से गायघाट तक 12.5 किलोमीटर की लंबाई है. फिलहाल उद्घाटन के लिए फिनिसिंग का काम चल रहा है.
15 अगस्त तक का डेडलाइन: मरीन ड्राइव पर काम कर रहे हैं आंध्र प्रदेश के इंजीनियर मधु का कहना है कि 15 अगस्त तक का डेडलाइन हम लोग को मिला है. अगस्त में दीघा से गायघाट तक शुरुआत हो जाएगी. वहीं पीएमसीएच तक मरीन ड्राइव पर यात्रा करने वाले लोगों का कहना है कि इसके शुरू होने से हम लोगों को बड़ी राहत मिली है.
"15 अगस्त तक पूरा करने के लिए कोशिश कर रहे हैं. दीघा से गांधी सेतु तक जाना आसान होगा."- मधु, इंजीनियर
"जाम से मुक्ति मिल गई है लेकिन आने वाले समय में टोल टैक्स लगाने की तैयारी है. स्थानीय लोगों को टोल टैक्स न लगे सरकार इस पर ध्यान दें."- स्थानीय निवासी
"कम समय लग रहा है. ना जाम है ना प्रदूषण है. बहुत बढ़िया हो गया है. इससे बढ़िया तो कुछ और हो ही नहीं सकता है."- स्थानीय निवासी
हरित पट्टी भी की जा रही विकसित: पटना मरीन ड्राइव मुंबई मरीन ड्राइव की तर्ज पर बनाई गई है और इसलिए राजधानी के लोगों के साथ पटना के आसपास के लोगों के लिए एक बड़ा पिकनिक स्पॉट बन गया है. आने वाले दिनों में मरीन ड्राइव के 5 किलोमीटर के 10 एकड़ में हरित पट्टी भी विकसित करना है और उस पर भी काम चल रहा है.
जीटी से भी जोड़ा जाएगा: पटना मरीन ड्राइव को गांधी सेतु से भी जोड़ने की योजना है और इसे जीटी से भी जोड़ा जाएगा. इसके लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय प्रस्ताव भी तैयार कर रहा है. महात्मा गांधी सेतु को बिस्कोमान गोलंबर से होते हुए जेपी पथ और जेटी पटना पोर्ट से जोड़ने की तैयारी है. इसके लिए सैदपुर और बिस्कोमान गोलंबर के पास लगभग 2 किलोमीटर में रैम्प का निर्माण होगा. इससे व्यवसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा.
टोल टैक्स भी देना होगा!: आने वाले दिनों में जेपी गंगा पथ यानी पटना का मरीन ड्राइव बिहार के लोगों के लिए ना केवल उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार को जोड़ने का बड़ा माध्यम बनेगा बल्कि राजधानी के लोगों के लिए भी जाम से पूरी तरह से मुक्ति दिलाएगा. दीघा से दीदारगंज तक जब यातायात शुरू हो जाएगा तब लोगों को टोल टैक्स भी देना होगा और उसकी भी तैयारी हो रही है.