पटना: पिछले 1 साल से बिहार के राजकीय अतिथिशाला (स्टेट गेस्ट हाउस) की मरम्मत का काम चल रहा है. लेकिन मरम्मत के नाम पर नीतीश कुमार के अफसरों की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है. स्टेट गेस्ट हाउस के आठ कमरे पिछले 8 महीने से बंद होने से काफी परेशानी हो रही है.
8 महीने से बंद हैं सभी कमरे
राज्य में आने वाले राजकीय अतिथियों के लिए महंगे होटल के कमरे रखना सरकार की मजबूरी बन गई है. ईटीवी भारत जब राजकीय अतिथिशाला की मरम्मती कार्य का जायजा लेने पहुंची तो वहां काम कर रहे ठेकेदार ने बताया कि पिछले 8 महीने से यहां के सभी कमरे बंद है. बता दें कि मरम्मत का कार्य आठ कमरों में चल रहा है. काम कर रहे ठेकेदार ने जानकारी दी कि स्टेट गेस्ट हाउस के कमरों में सीलन की वजह से दीवारें खराब हो गई थी, जिसका कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है.
पटना हाईकोर्ट ने अधिकारियों की लगाई थी क्लास
गौरतलब है कि बीते शनिवार को पटना हाईकोर्ट ने इस मामले पर सरकार के अधिकारियों की क्लास लगाई थी. कोर्ट का कहना था कि जब सरकार के पास सारे संसाधन मौजूद हैं, तो इस तरह के छोटे कामों में इतना समय क्यों बर्बाद किया जा रहा है. इसका खामियाजा सरकारी खजाने पर पड़ रहा है. इसके साथ ही कोर्ट ने कहा था, कि साल भर के दौरान कई राजकीय अतिथियों को राजधानी के महंगे होटल के कमरों में रखना सरकार की मजबूरी बन गई है.