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Patna High Court : मुजफ्फरपुर 'निर्भया रेप कांड' में सुनवाई टली, फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार

मुजफ्फरपुर की 'निर्भया' (Nirbhaya Gang Rape Case of Muzaffarpur) के साथ 8 लोगों ने कथित रूप से गैंगरेप कर उसे जहर देकर मार डाला था. इस केस में सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने पुलिस द्वारा बलात्कार के तीन नामजद को बरी करने के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई की. अब इस मामले में तीन सप्ताह बाद सुनवाई होगी.

Patna High Court
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Published : Mar 23, 2023, 4:55 PM IST

पटनाः पटना हाई कोर्ट ने मुजफ्फरपुर जिले की चर्चित 'निर्भया' रेप और हत्या कांड में मृतका के परिजन द्वारा दायर याचिका पर आज गुरुवार को सुनवाई होनी थी. अब यह सुनवाई तीन सप्ताह के लिए (Muzaffarpur Nirbhaya gang rape hearing postponed) टल गई. राज्य सरकार के वकील ने जस्टिस अंशुमान की एकल पीठ को बताया गया कि वीडियो जांच के लिए चंडीगढ़ स्थित फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है. अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आयी है. कोर्ट में सरैया के डीएसपी और केस के अनुसंधानकर्ता भी उपस्थित थे.

इसे भी पढ़ेंः मुजफ्फरपुर निर्भया गैंगरेप केस : जांच से हाईकोर्ट नाराज, सरैया DSP और जांच अधिकारी तलब

नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांगः याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ओम प्रकाश कुमार ने कोर्ट से आग्रह किया गया है कि केस में नामजद अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. साथ ही किसी स्वतंत्र एजेंसी से मामले की जांच करवायी जाए. इस केस की जांच में लापरवाही बरतनेवाले पुलिस पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाए. पिछली सुनवाई के दौरान मुजफ्फरपुर के एसएसपी ने शपथ पत्र दायर कर बताया कि इस केस में सिर्फ एक व्यक्ति की संलिप्तता सामने आई है. इसलिए बाकी अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं किया गया. पूर्व की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पाया कि जो शपथ पत्र एसएसपी ने दायर किया है, उसे देखने से प्रतीत होता है कि पुलिस अन्य अभियुक्तों को बचा रही है.

क्या है मामलाः अधिवक्ता ओम प्रकाश ने बताया कि 26 अप्रैल 2022 को याचिकाकर्ता की पुत्री अपने घर से बाहर गयी थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी. जिसके बाद परिजनों ने अपनी पुत्री की खोजबीन शुरू की. परन्तु वह नहीं मिली. उसी दिन रात्रि 12.47 बजे एक कॉल आया, जिसमे याचिकाकर्ता की पुत्री की आवाज सुनाई दी. वह दर्द से कराह रही थी. इसके बाद फोन कट गया. पुनः प्रयास करने पर मोबाइल बंद मिला. अगले दिन सुबह ग्रामीण ने बताया कि उनकी पुत्री पोखर में पड़ी है.

सिर्फ एक नामजद गिरफ्तारः परिजन घटना स्थल पर जाने के क्रम में देखते हैं कि मो वसीम खान नामक व्यक्ति उनकी पुत्री को बोलेरो से लेकर कहीं जा रहा था. वे लोग मुजफ्फरपुर के एक हॉस्पिटल में पीड़िता को भर्ती कराता है. बाद में याचिकाकर्ता व अन्य परिजन भी पहुचते हैं. पुत्री से बात करता है, तो बताती है कि 8 लोगों के द्वारा बलात्कार किया गया था. उसके बाद जहर भी पिलाया गया. उसने चार लोगों का नाम भी लिया था, जिसमे से एक व्यक्ति मोहम्मद वसीम खान को गिरफ्तार कर लिया गया है. अभी भी तीन नामजद अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. बाद में लड़की की मौत हो गयी थी.

पटनाः पटना हाई कोर्ट ने मुजफ्फरपुर जिले की चर्चित 'निर्भया' रेप और हत्या कांड में मृतका के परिजन द्वारा दायर याचिका पर आज गुरुवार को सुनवाई होनी थी. अब यह सुनवाई तीन सप्ताह के लिए (Muzaffarpur Nirbhaya gang rape hearing postponed) टल गई. राज्य सरकार के वकील ने जस्टिस अंशुमान की एकल पीठ को बताया गया कि वीडियो जांच के लिए चंडीगढ़ स्थित फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है. अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आयी है. कोर्ट में सरैया के डीएसपी और केस के अनुसंधानकर्ता भी उपस्थित थे.

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नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांगः याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ओम प्रकाश कुमार ने कोर्ट से आग्रह किया गया है कि केस में नामजद अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. साथ ही किसी स्वतंत्र एजेंसी से मामले की जांच करवायी जाए. इस केस की जांच में लापरवाही बरतनेवाले पुलिस पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाए. पिछली सुनवाई के दौरान मुजफ्फरपुर के एसएसपी ने शपथ पत्र दायर कर बताया कि इस केस में सिर्फ एक व्यक्ति की संलिप्तता सामने आई है. इसलिए बाकी अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं किया गया. पूर्व की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पाया कि जो शपथ पत्र एसएसपी ने दायर किया है, उसे देखने से प्रतीत होता है कि पुलिस अन्य अभियुक्तों को बचा रही है.

क्या है मामलाः अधिवक्ता ओम प्रकाश ने बताया कि 26 अप्रैल 2022 को याचिकाकर्ता की पुत्री अपने घर से बाहर गयी थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी. जिसके बाद परिजनों ने अपनी पुत्री की खोजबीन शुरू की. परन्तु वह नहीं मिली. उसी दिन रात्रि 12.47 बजे एक कॉल आया, जिसमे याचिकाकर्ता की पुत्री की आवाज सुनाई दी. वह दर्द से कराह रही थी. इसके बाद फोन कट गया. पुनः प्रयास करने पर मोबाइल बंद मिला. अगले दिन सुबह ग्रामीण ने बताया कि उनकी पुत्री पोखर में पड़ी है.

सिर्फ एक नामजद गिरफ्तारः परिजन घटना स्थल पर जाने के क्रम में देखते हैं कि मो वसीम खान नामक व्यक्ति उनकी पुत्री को बोलेरो से लेकर कहीं जा रहा था. वे लोग मुजफ्फरपुर के एक हॉस्पिटल में पीड़िता को भर्ती कराता है. बाद में याचिकाकर्ता व अन्य परिजन भी पहुचते हैं. पुत्री से बात करता है, तो बताती है कि 8 लोगों के द्वारा बलात्कार किया गया था. उसके बाद जहर भी पिलाया गया. उसने चार लोगों का नाम भी लिया था, जिसमे से एक व्यक्ति मोहम्मद वसीम खान को गिरफ्तार कर लिया गया है. अभी भी तीन नामजद अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. बाद में लड़की की मौत हो गयी थी.

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