पटना: राजधानी के गांधी मैदान में आगामी 8 नवंबर से पुस्तक मेला शुरू होने जा रहा है. यह पुस्तक मेला 11 दिनों तक चलेगा. सेंटर फॉर लीडरशिप डेवलपमेंट की ओर से आयोजित बुक फेयर में इस साल हरियाली का संदेश दिया जाएगा. मेले का थीम 'पेड़, पानी, जिंदगी' रखा गया है.
गौरतलब है कि इस साल पुस्तक मेले का माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाएगा. गांधी मैदान में मेले की तैयारियां जोरों-शोरों से जारी हैं. पूरे परिसर को हरा-भरा बनाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक मेले के दौरान विशेष कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
यह होगा खास...
बता दें कि पुस्तक मेला के लिए आयोजकों की ओर से विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. मेला परिसर में स्थित सभागारों, मंचों और प्रखंडों के नाम वृक्ष के नाम पर रखे जाएंगे. जैसे पीपल प्रशासनिक भवन, तुलसी मुक्ताकाश मंच, आम सभागार और बरगद रंगभूमि.
बुजुर्गों के लिए चलेगा ई-रिक्शा
पटना पुस्तक मेला के कन्वीनर अमित झा ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण एक ज्वलंत मुद्दा है इसलिए इस बार का थीम पेड़, पानी और जिंदगी तय किया गया है. उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों के लिए इंट्री फ्री होगी. साथ ही दिव्यांगों को भी नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा. बुजुर्गों की सहूलियत के लिए मेला परिसर में ई-रिक्शा चलाया जाएगा.
पर्यावरण संरक्षकों का लगेगा जमावड़ा
पुस्तक मेले में सभी कार्यक्रम पर्यावरण को ध्यान में रखकर तय किए गए हैं. हर दिन एक ज्वलंत विषय पर चर्चा होगी. पटना पुस्तक मेला में जन संवाद कार्यक्रम के तहत तपती धरती घटता पानी विषय पर जल पुरुष राजेंद्र सिंह, त्रिपुरारी शरण और डॉक्टर नागेंद्र मेहता के बीच परिचर्चा होगी. साथ ही किन्नर समाज और साहित्य के विषय पर भी परिचर्चा आयोजित की जाएगी. वहीं, गपशप कार्यक्रम के तहत पेड़, पानी, जिंदगी पर पर्यावरणविद मेधा पाटेकर अपनी बात रखेंगी. इसके अलावे मेले में शब्द साक्षी, कॉफी हाउस, बातचीत, नई किताब जैसे अन्य कार्यक्रम भी किए जाएंगे.