पटना: राजधानी पटना (Patna) के एसके पुरी स्थित आवास पर रविवार को लोजपा (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की बरखी मनाई जा रही है. इस मौके पर पासवान परिवार एकजुट नजर आ रहा है. चिराग पासवान के आमंत्रण पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस आए हैं.
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बरखी के मौके पर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए पूजा किया गया. चिराग पासवान पूजा पर बैठे. वहीं, पशुपति पारस पास में ही लोहे की कुर्सी पर बैठे नजर आए. पूजा में परिवार के करीबी सदस्य शामिल हुए. रामविलास की बरखी पर लोजपा और बिहार के कई दलों के नेता आए हैं. दरअसल, तीन माह पहले लोजपा में हुई टूट के बाद चाचा पशुपति पारस और चिराग पासवान के रिश्ते तल्ख हो गए थे.
पशुपति पारस के लिए चिराग ने पीठ में खंजर भोंकने जैसे शब्द का इस्तेमाल किया था. लोजपा में टूट के बाद चिराग और पशुपति पहली बार सार्वजनिक रूप से एक साथ आए हैं. इससे पहले 8 सितंबर को चाचा-भतीजे की मुलाकात हुई थी. पशुपति पारस के घर पहुंचकर चिराग पासवान ने चाचा के पैर छुए थे और निमंत्रण पत्र दिया था.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बरखी के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पत्र लिखकर रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने रामविलास द्वारा किए गए काम को भी याद किया है. राज्यपाल फागू चौहान ने भी रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी है.
बता दें कि चिराग पासवान ने पिता रामविलास पासवान की बरखी में शामिल होने के लिए बिहार और देश के तमाम बड़े नेताओं को आमंत्रित किया है. वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उन्हें आमंत्रण पत्र देना चाहते थे, लेकिन सीएम से समय नहीं मिला. उन्होंने बिहार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी आमंत्रित किया है.
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