पटना: पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय सत्र के लेट चलने के कारण छात्रों में अब आक्रोश बढ़ने लगा है. वे विवि प्रबंधन से सत्र सुधार की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं. इस दौरान छात्रसंघ जदयू ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से सत्र सही करने के लिए उचित निर्णय लेने की अपील की है.
छात्रसंघ जदयू की ओर से कहा गया है कि यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक सत्र सुचारू करने के लिए जो कुछ भी किया जा सकता है किया जाए. वहीं, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय छात्र जदयू के अध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि नया विश्वविद्यालय होने के बावजूद इसका सत्र काफी लेट है. 2018-20 सत्र के छात्रों के 4 सेमेस्टर में मात्र अभी तक एक सेमेस्टर के ही एग्जाम हुए हैं. अंडर ग्रैजुएट कोर्सेज का भी वही हाल है.
छात्रों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
एड कॉलेज छात्रसंघ जदयू के सचिव शुभम ने बताया कि अभी उनका फाइनल ईयर का एग्जाम होना चाहिए था जबकि अभी फर्स्ट ईयर का फर्स्ट सेमेस्टर का एग्जाम हुआ है. विश्वविद्यालय प्रबंधन से उनकी मांग यही है कि जैसा कि यूजीसी की गाइडलाइन दी गई है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन इंटरनल एग्जाम ले और जो पहले एग्जाम हुए हैं उसके मार्क्स के बेसिस पर छात्रों को प्रमोट कर दें. उन्होंने कहा कि सेशन को सही करने के लिए अगर अब विश्वविद्यालय प्रबंधन कुछ नहीं करता है तो लॉकडाउन खत्म होने के बाद छात्र विश्वविद्यालय के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.
पटना में हैं 2 विश्वविद्यालय
बता दें कि राजधानी पटना में दो विश्वविद्यालय हैं. एक पटना विश्वविद्यालय तो दूसरा पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय. पटना विश्वविद्यालय का सत्र जहां हमेशा समय से चलता है और इस बार सिर्फ लोगों की वजह से विलंब हो रहा है. वहीं, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का सत्र समय से काफी लेट हो चुका है. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की स्थापना साल 2018 में हुई थी और नया विश्वविद्यालय होने के बावजूद सत्र 1 साल से ज्यादा लेट हो चुका है.