पटना: मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सरकार को मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत मामले को लेकर घेरने की तैयारी की थी. लेकिन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति से उनकी कमजोरी सामने आ गई. ऐसे समय में राबड़ी देवी ने मोर्चा संभाला और सरकार के साथ-साथ तेजस्वी यादव को लेकर भी अपना रुख स्पष्ट किया.
मानसून सत्र में संभावना थी कि विपक्ष सत्ता पक्ष को मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत मामले पर घेरेगा. इसके साथ अपराध और जल संकट पर भी विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरने की रणनीति तैयार की थी. लेकिन इस अहम मौके पर भी जब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में नहीं पहुंचे, तो विपक्ष की कमजोरी सामने आ गई.
राबड़ी देवी ने संभाला मोर्चा
हालांकि, ऐसे मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने मोर्चा संभाला. राबड़ी ने मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री पूरी तरह जिम्मेदार हैं और मंगल पांडे को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. अगर मुख्यमंत्री मंगल पांडे का इस्तीफा नहीं ले सकते, तो मुख्यमंत्री को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए.
पीएम लें मंगल पांडे का इस्तीफा- राबड़ी
राबड़ी देवी ने चमकी पर पीएम मोदी के बयान का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं और उनका बयान स्वागत योग्य है. लेकिन अगर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा नहीं देते हैं, तो प्रधानमंत्री को इस मामले पर पहल करनी चाहिए और मंगल पांडे का इस्तीफा लेना चाहिए.
'तेजस्वी जल्द शामिल होंगे'
वहीं, तेजस्वी यादव को लेकर सवालों के जवाब में कहा कि वे अपना काम कर रहे हैं. वे जल्दी आएंगे और विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होंगे. इस दौरान राबड़ी देवी के साथ उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी थे. हालांकि, तेज प्रताप मीडिया से दूरी बनाते नजर आए. उन्होंने किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया.