पटना : बिहार में बहार है, किसकी बहार है ये तो आप इन लाइनों को पढ़कर समझ ही जाएंगे, 'अभी बीते हफ्ते बिहार में था. क्राइम की हालत इतनी बदतर हो गयी है कि छोटे अपराध को तो कोई पूछ भी नहीं रहा. दरभंगा में 10 करोड़ की डकैती दिन में हुई. पटना में 2 बड़े बिजनेसमैन का अपहरण हो गया. आज अभी खबर देखी कि एक और बिजनेसमैन की हत्या हो गयी. सबसे बड़ी चिंता कि इसे नॉर्मल मान लिया गया.' पटना आए एक शख्स ने जब ये लिखा तो क्या सबकुछ सामान्य है, इसपर जिक्र करना जरूरी हो जाता है.
बिहार में हर रोज अपराधी वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं. चुनाव बाद बिहार में जिस तरह क्राइम बढ़ा है, वो लोगों में खौफ पैदा कर रहा है. बिहार के सभी जिलों से हर रोज हत्या, लूट, अपहरण और दुष्कर्म की वारदातें सामने आ रही हैं. खुद सीएम के गृह जिले में नालंदा में अपराधी बेखौफ हैं.
नालंदा में किसान की हत्या
नालंदा के हिलसा थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव में एक किसान की अपराधियों ने चाकू गोदकर निर्मम हत्या कर दी. मामला शुक्रवार 11 दिसंबर का है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त अपराधियों ने किसान की हत्या की वो अपने खेतों की रखवाली कर रहा था.
वहीं, बीते बुधवार की शाम बाइक सवार बदमाशों ने सरमेरा थाना क्षेत्र के काजी चक स्थित एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मी को चाकू मार कर डेढ़ लाख रुपए लूट की.
पटना में अपहरण
राजधानी पटना के दो चावल व्यवसायी भाइयों का अपहरण हो गया. 120 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है और पुलिस के हाथ काली है. मामला नौबतपुर थाना क्षेत्र का है जहां चावल व्यवसायी राकेश कुमार गुप्ता और अमित कुमार गुप्ता का अपहरण हो गया.
मुजफ्फरपुर में वारदात
अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वो किसी के भी घर में घुसकर उन्हें अपना निशाना बना रहे हैं. मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के मधुबनी में अपराधियों ने घर में घुसकर 60 वर्षीय सत्य प्रकाश ठाकुर की गोली मारकर हत्या कर दी. 24 घंटे में हत्या की ये दूसरी खबर रही.
आखिर क्यों बढ़ गया क्राइम
बिहार में कोरोना की एंट्री के बाद प्रवासी मजदूरों ने भी घर वापसी की. उस दौरान पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी एक पत्र पर काफी सियासत हुई. वो पत्र इसी संदर्भ में था कि लौट रहे प्रवासी बढ़ते क्राइम की वजह बन सकते हैं. उस समय तो क्राइम नहीं बढ़ा हां अब जब कोरोना काल में जिंदगी की गाड़ी पटरी पर आ रही है, तब क्राइम का बढ़ना चिंता का विषय बनता जा रहा है.
विपक्ष ने बताया महाजंगल राज
बिहार में बढ़े क्राइम ग्राफ को लेकर सूबे की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी ने सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में अब महा-महाजंगल राज है. अपराधी बेलगाम हैं. सीएम नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है.
'जल्द ही लगेगी अपराधियों पर लगाम'
विपक्ष के आरोपों को बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया ने बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि अपराधिक वारदातों में थोड़ी वृद्धि जरूर हुई है लेकिन ज्यादातर मामलों में पुलिस से अपराधियों को पकड़ कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे हैं. जल्दी इन मामलों का खुलासा होगा.
सवाल खड़ा हो रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लॉ एंड ऑर्डर को लेकर लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं. ऐसे में अपराधी वारदातों को अंजाम देने में व्यस्त हैं. तो पुलिस कहां है? पुलिस कितनी सक्रिय है.
पुलिस मुख्यालय ने दी प्रतिक्रिया
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की मानें तो विगत 2 दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए थे. उसी के आधार पर बिहार के सभी जिलों में एसपी और थानेदार को निर्देशित किया जा चुका है. पुलिस टीम को पेट्रोलिंग पर जोर देने का निर्देश दिया गया है. साथ ही साथ पुराने लंबित मामलों का निपटारा जल्द से जल्द हो, इसके लिए गाइडलाइन जारी की गई है. जल्द से जल्द सभी अपराधियों को धर दबोचा जाएगा.
विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को महाजंगलराज बता रहा है. ऐसे में आज से 15 साल पहले के बिहार, जब नीतीश कुमार ने बिहार की सत्ता की कमान संभाली थी और आज के बिहार, जब वो उसी सत्ता पर काबिज है. उसमें कितना बदलाव हुआ है. यहां ये भी चिंता का विषय बन गया है. 'सुशासन बाबू' के नाम से फेमस हुए नीतीश कुमार क्या एक बार फिर बिहार में सुशासन कायम कर पाएंगे. ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.