पटनाः बिहार विधान परिषद के शीतकालीन सत्र (winter session of bihar legislative council) का आज तीसरा दिन है. छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत (death from Poisonous Liquor In Chapra) पर आज भी बीजेपी के विधान पार्षदों ने जमकर हंगामा (Opposition protest in bihar Legislative Council) किया और सदन की कार्यवाही को बाधित कर दिया. विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर जब तक सदन में चर्चा नहीं होगी, तब तक हम लोग सदन की कार्यवाही को नहीं चलने देंगे. उन्होंने कहा कि सीएम को कुछ समझ में नहीं आ रहा है और इसी कारण वो ऊल-जलूल बयानबाजी कर रहे हैं.
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'मुख्यमंत्री को जवाब देना होगा' : बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद गृह मंत्री हैं और कैसा कानून बनाया है कि ये सही से लागू नहीं हो पा रहा है, सबसे पहले मुख्यमंत्री को इस पर जवाब देना होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करती है. मुख्यमंत्री से अब बिहार नही संभल रहा है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. मुख्यमंत्री जिस तरह से शराबबंदी पर हुई मौत को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है.
"हमें लगता है कि उनको कुछ समझ में नहीं आ रहा है और इसी कारण वो ऊल-जलूल बयानबाजी कर रहे हैं. जनता देख रही है कि किस तरह से जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है और मुख्यमंत्री कुछ से कुछ बोले चले जा रहे हैं. हमें लगता है कि मुख्यमंत्री को अब डॉक्टरी सलाह लेने की जरूरत है क्योंकि जो भाषा वो इस्तेमाल कर रहे हैं उससे सब कुछ साफ है कि उनसे बिहार संभल नहीं रहा है और खिझ में वो कुछ से कुछ बोल रहे हैं"- सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष, विधान परिषद
छपरा जहरीली शराब कांड: आपको बता दें कि बिहार के सारण जिले में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. ये मौतें मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई है. वहीं, शराब कांड में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए SDPO का ट्रांसफर, थानाध्यक्ष और कांस्टेबल को किया सस्पेंड कर दिया है.