पटना: बिहार में 5 मई से लॉकडाउन है और इसे अब बढ़ाकर 1 जून तक कर दिया गया है. लॉकडाउन के दौरान बिहार सरकार के कई मंत्री अपने क्षेत्र में और प्रभार वाले जिले में घूमकर स्थिति का जायजा ले रहे थे. कोविड केयर सेंटर पर भी जा रहे थे और सामुदायिक किचन की स्थिति को भी देख रहे थे. लेकिन अब सरकार ने लॉकडाउन के दौरान घूमने से मंत्रियों को मना किया है. इस पर विपक्ष ने नीतीश कुमार पर हमला किया है.
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मंत्रियों के क्षेत्र भ्रमण पर रोक
पिछले साल कोरोना महामारी में लगे लॉकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आवास से लगभग 79 दिनों तक बाहर नहीं निकले थे. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने निशाना भी साधा था. एक बार फिर से मुख्यमंत्री ने अपने आप को मुख्यमंत्री आवास में बंद कर रखा है और जो मंत्री घूम रहे हैं उन्हें भी भ्रमण करने से मना किया है. इसको लेकर बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने एक लेटर भी जारी किया है.
'सरकार का फैसला केवल बीजेपी मंत्रियों के लिए नहीं सभी मंत्रियों के लिए है और संक्रमण न फैले इसे लेकर किया गया है. विपक्ष के लोग चिंतित ना हों.'- विनोद शर्मा, बीजेपी प्रवक्ता
'जदयू के नेता बंद कमरों से प्रतिपक्ष के नेताओं पर लगातार ट्विटर से हमला कर रहे थे. अब नीतीश कुमार ने अपने मंत्रियों को क्षेत्र में जाने से रोक दिया है जबकि जदयू के कोई भी मंत्री पहले से क्षेत्र में नजर नहीं आ रहे हैं. बीजेपी के मंत्री जरूर नजर आ रहे थे लेकिन जनता की सेवा कम सरकार की खामियों को ज्यादा उजागर कर रहे थे. हालांकि सरकार ने उन्हें भी क्वॉरेंटाइन करने के लिए यह फैसला लिया है.'- राजेश राठौड़, प्रवक्ता, कांग्रेस
बिहार सरकार का निर्देश
मंत्रियों के आप्त सचिव को भेजे लेटर में मंत्रियों को क्षेत्र और प्रभार वाले जिले के साथ अन्य स्थान पर भी घूमने से मना किया है. लॉकडाउन में जो नियम बनाए गए हैं, लेटर में उसका हवाला दिया है. पत्र के माध्यम से बताया गया है कि मंत्री भ्रमण करेंगे तो लोगों से लॉकडाउन के नियमों का पालन कराना मुश्किल होगा. बिहार में जब से संकट आया है बीजेपी के विधायक और मंत्री सबसे ज्यादा सक्रिय हैं. प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल लगातार सुर्खियां भी बटोर रहे हैं और सरकार के इस फैसले से बीजेपी खेमे में कहीं न कहीं नाराजगी है. हालांकि कोई भी मंत्री और पार्टी का नेता खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहा है.
आरजेडी कोविड केयर सेंटर के कारण तेजस्वी यादव की लोकप्रियता से नीतीश कुमार सहित जदयू क्वॉरेंटाइन परिवार पूरी तरह से सदमे में है, लेकिन केवल वर्चुअल समीक्षा से कोरोना संक्रमितों की पीड़ा समाप्त नहीं होने वाली है.- शक्ति यादव, राजद प्रवक्ता
'यदि क्षेत्र के बारे में समीक्षा ही करनी है तो वर्चुअल माध्यम से आसानी से किया जा सकता है. और अभी के समय में कोरोना संक्रमण को रोकना सबके लिए जरूरी है और इसी को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों को भी भ्रमण करने से रोका गया है.'- सुनील कुमार सिंह, वरिष्ठ नेता, जदयू
तेजस्वी का आरोप
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतीश सरकार पर यह आरोप लगाते रहे हैं कि बिहार में सरकार कुछ चुनिंदा अधिकारियों के भरोसे ही चलाई जा रही है. अब मंत्रियों को निरीक्षण करने से रोक कर सरकार कुछ इसी तरह का मैसेज देने की कोशिश कर रही है क्योंकि इस तरह का पत्र अधिकारियों को जारी नहीं हुआ है.
बीजेपी को आहत कर रहा फैसला?
बिहार बीजेपी के मंत्री लॉकडाउन के दौरान ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष भी लगातार अपने क्षेत्र में हैं. कुछ सांसद भी बीजेपी के क्षेत्र में लगातार घूम रहे हैं. सरकार के फैसले को लेकर बीजेपी खेमे में कहीं ना कहीं नाराजगी भी है. पहले भी सर्वदलीय बैठक में प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने लॉकडाउन लगाने की मांग की थी, लेकिन नीतीश सरकार ने उसे भी नहीं माना. बाद में संजय जयसवाल ने इसको लेकर नाराजगी भी जताई थी. अब मंत्रियों को लेकर सरकार का जो आदेश जारी हुआ है वह बीजेपी को आहत कर रहा है. लेकिन मंत्रियों ने फिलहाल चुप्पी साध ली है. और सरकार का फैसला मानकर अब भ्रमण करना भी छोड़ दिया है. लेकिन विपक्ष को फिलहाल एक मुद्दा जरूर मिल गया है.
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