पटनाः कोरोना महामारी की वजह से होली के बाद से ही बिहार में छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाया जा रहा है. लेकिन राज्य में उत्पन्न बाढ़ के हालात से ऑनलाइन शिक्षा पर संकट मंडरा रहा है. बाढ़ की वजह से बिजली और नेटवर्क की परेशानी हो गई है. जिससे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.
कई क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति
राजधानी के कदमकुंआ स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि पिछले 4 महीने से कॉलेज में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है. लेकिन अभी इसमें कई समस्याएं आ रही हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के कई क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति है. जिससे बिजली नहीं रह रही है और बच्चों का मोबाइल या लैपटॉप चार्ज नहीं हो पा रहा है. अगर बच्चे किसी प्रकार मोबाइल चार्ज कर ले रहे हैं तो नेटवर्क की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
'प्रभावित हो रही बच्चों की पढ़ाई'
डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चों को रेगुलर क्लास जैसा ज्ञान नहीं निल पा रहा है और न ही बच्चे उतने अच्छे से विषय को समझ पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी के समय में बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है और इससे उबरने में काफी समय लग सकता है.
'चलाए जाएंगे स्पेशल क्लासेज'
प्राचार्य ने कहा कि पहले कोरोना के फैलते संक्रमण और बाढ़ के कारण स्थिति सामान्य होने में पूरा साल निकल जाएगा. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय प्रबंधन लगातार प्रयास कर रहा है कि बच्चों की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित न हो. डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को बाद में स्पेशल क्लासेज चलाए जाने का आश्वासन भी दिया गया है.