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नोट को डबल करने वाला सुल्तान मियां गिरफ्तार, आरपीएफ के दो सिपाही भी धराए

नोट को डबल करने वाला मास्टर माइंड कुख्यात अपराधी सुल्तान मियां गिरफ्तार (Notorious criminal Sultan Mian arrested) हो गया है. पटना रेल पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार किया है. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले कुख्यात पर आजमगढ़ में लूट, हत्या, डकैती के दर्जनों मामले दर्ज है. पढ़ें पूरी खबर..

नोट को डबल करने वाला सुल्लतान मियां गिरफ्तार
नोट को डबल करने वाला सुल्लतान मियां गिरफ्तार
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Published : Jun 15, 2022, 10:20 PM IST

पटना: पटना रेल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले कुख्यात अपराधी सुल्तान मियां को पटना रेल पुलिस ने बक्सर से गिरफ्तार किया है. सुल्तान मियां पर आजमगढ़ थाने में हत्या, लूट और अपहरण सहित कई अन्य मामलों में दर्जनों मामले दर्ज हैं. सुल्तान मिया की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल (Rail SP Pramod Kumar Mandal) ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी भारतीय नोट की तरह हूबहू दिखने वाले जाली नोटों का बहुत बड़ा सौदागर है और इसका नोट को डबल करने का धंधा चलता है.

ये भी पढ़ें-गया में चोर गिरोह के छह अपराधी गिरफ्तार, महिला और आभूषण कारोबारी भी शामिल

कुख्यात अपराधी सुल्तान मियां गिरफ्तार: पूरे मामले का खुलासा करते हुए रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि "सात मार्च की ये घटना है. मगध एक्सप्रेस से चार लोग जा रहे थे दिल्ली. उनके पास एक ब्रिफकेश था, जिसको बक्सर में आरपीएफ के दो जवानों ने चेकिंग के नाम पर उतार लिया. अटैची के साथ उनके एक आदमी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उतार कर उनलोगों ने हल्ला -गुल्ला नहीं किया, लेकिन इलाहाबाद जाने के बाद उनलोगों ने ट्वीट किया की मेरे साथ ये घटना घटी है. फिर उसके बाद दिल्ली में जीआरपी के द्वारा उसका बयान दर्ज किया गया. उस बयान की प्रति हमलोगों को मिली. जिसपर हमलोगों ने एफआईआर दर्ज किया."

एसआईटी ने किया गिरफ्तार: रेल एसपी ने बताया कि "चूकिं मामला पुलिस पर आरोप था. एफआईआर में स्पष्ट लिखा हुआ था कि आरपीएफ के सिपाही ने, लेकिन आरपीएफ और जीआरपी में कोई बहुत अंतर होता नहीं है, एक ही जैसे लगते हैं, तो हमलोग थोड़ा चौकन्ना हो गए. तीन डीएसपी साहब हमारे हैं और दो थाना प्रभारी हैं. एक एसआईटी बनाया गया. चुकिं मामला बहुत गंभीर था. रेल मंत्रालय भी इसमें इनवॉल्व था. एसआईटी बनाया गया तो एक आदमी को हमलोगों ने तीन-चार दिनों के बाद पकड़ा. जिसका नाम जितेंद्र कुमार है. जितेंद्र कुमार ने सारी बात बताई. उसके बाद हमलोगों का जो एक अपना तरीका होता है इनवेस्टीगेशन का, उसके आधार पर फिर हमलोगों ने दोनों आरपीएफ के जवान की पहचान की और फिर दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया. दोनों ने अपराध स्वीकार किया कि उसे दस हजार रुपये मिला था."

सुल्लतान मियां पर दर्ज हैं दर्जनों मामले: उन्होंने बताया कि "सुल्तान का एक आदमी है. सोनू साव के माध्यम से उससे बात होती थी. दोनों को लाया गया. दोनों ने अपना अपराध स्वीकार किया. दोनों को जेल भेज दिया गया. उसके बाद एक और लड़के जिसके घर में अटैची रखा गया था, उसे एरेस्ट किया गया. तो चार लोग अरेस्ट हो गये. लेकिन मामला ये फंसा हुआ था कि जो मेन अभियुक्त है सुल्तान खान, वो अरेस्ट नहीं हो पाया है. सुल्लतान खान के बारे में जब पता किया गया तो पचा चला कि उसपर दर्जनों हत्या, लूट, दुष्कर्म के मामले आजमगढ़ में दर्ज है और ये आजमगढ़ में एक अच्छी हस्ती है. एसआईटी टीम पता लगाई तो पता चला कि उसकी एक पत्नी यहां रहती है दिग्घा में.

गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी: एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि "उसकी एक गाड़ी सीसीटीवी में लोकेट हुई. जहां पर इनलोगों को रखा गया था. एक गाड़ी नंबर लोकेट हुआ. उसके नंबर पर पड़ताल किया तो पता चला कि गाड़ी उसके पत्नी के नाम पता चला. इसके खाते का जब हमलोगों ने पता किया तो पता चला कि उसके खाते में 44 लाख रुपये जमा था. जिसको हमलोगों ने फ्रिज करवा दिया, बैंक को लेटर लिख कर. लेकिन ये तब भी फरार रहा. इसके गिरफ्तारी के लिए हमलोगों ने इस्तेहार तक लिये. आज हमारी एसआईटी टीम को सफलता मिली. इसको पटना से आते या जाते समय सुचना पुलिस को मिली तकनीकी सेल के द्वारा. जिसके बाद इसको आज आरोप है. चूकिं इसमें पुलिस के लोग इनवॉल्व थे, तो मामला संगीन है. जालसाजी का ये सीधा-सीधा धंधा है. नोट डबलिंग करके इसको दिया जाता है."

"शुरूआत में पता चला है कि एक लाख के बदले पांच लाख रुपए का नोट पोपलानी को दिया गया. जो ओरिजनल नोट थे. वो ये सोच के चला कि ये तो असली नोट जैसा लगता है. उसके बाद वो पचपन लाख रुपया इनको लाके दिया. उसका पचीस लाख रुपया एयरपोर्ट पर पकड़ा भी गया था. लेकिन इनकम टैक्स के लोगों के द्वारा छानबीन के बाद उस पैसे को रिलिज कर दिया गया. वो एक हफ्ते यहां रहा और अंतिम दिन सुल्लतान मियां के द्वारा चारों का बर्थ टिकट कराया गया मगध एक्सप्रेस में. सभी लोग जा रहे थे और बक्सर स्टेशन पहुंचने से पहले दो सिपाही आते हैं और उनका अटैची उठाते हैं और करके उनके साथ के एक आदमी को भी उठा लेते हैं."- प्रमोद कुमार मंडल, रेल एसपी

नकली नोटों का बड़ा सौदागर है सुल्तान मियां: रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि गिरफ्तार सुल्तान मियां का कनेक्शन बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ-साथ दिल्ली समेत नेपाल से है. पूछताछ के दौरान इसने नेपाल कई बार आने जाने की बातें भी स्वीकार की है और हूबहू दिखने वाले भारतीय नोट की तरह नकली नोट और नोट को डबल करने का यह बहुत बड़ा सौदागर बताया जाता है. इसका धंधा नोट डबल करने के नाम पर चलता है. जांच के दौरान यह बातें सामने आ गई है. जिसमें पुलिस के रडार पर आए कई अन्य लोग भी इस नोट डबलिंग धंधे में संलिप्त है. पुलिस ने अब उन लोगों की तलाश शुरू कर दी है.

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पटना: पटना रेल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले कुख्यात अपराधी सुल्तान मियां को पटना रेल पुलिस ने बक्सर से गिरफ्तार किया है. सुल्तान मियां पर आजमगढ़ थाने में हत्या, लूट और अपहरण सहित कई अन्य मामलों में दर्जनों मामले दर्ज हैं. सुल्तान मिया की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल (Rail SP Pramod Kumar Mandal) ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी भारतीय नोट की तरह हूबहू दिखने वाले जाली नोटों का बहुत बड़ा सौदागर है और इसका नोट को डबल करने का धंधा चलता है.

ये भी पढ़ें-गया में चोर गिरोह के छह अपराधी गिरफ्तार, महिला और आभूषण कारोबारी भी शामिल

कुख्यात अपराधी सुल्तान मियां गिरफ्तार: पूरे मामले का खुलासा करते हुए रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि "सात मार्च की ये घटना है. मगध एक्सप्रेस से चार लोग जा रहे थे दिल्ली. उनके पास एक ब्रिफकेश था, जिसको बक्सर में आरपीएफ के दो जवानों ने चेकिंग के नाम पर उतार लिया. अटैची के साथ उनके एक आदमी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उतार कर उनलोगों ने हल्ला -गुल्ला नहीं किया, लेकिन इलाहाबाद जाने के बाद उनलोगों ने ट्वीट किया की मेरे साथ ये घटना घटी है. फिर उसके बाद दिल्ली में जीआरपी के द्वारा उसका बयान दर्ज किया गया. उस बयान की प्रति हमलोगों को मिली. जिसपर हमलोगों ने एफआईआर दर्ज किया."

एसआईटी ने किया गिरफ्तार: रेल एसपी ने बताया कि "चूकिं मामला पुलिस पर आरोप था. एफआईआर में स्पष्ट लिखा हुआ था कि आरपीएफ के सिपाही ने, लेकिन आरपीएफ और जीआरपी में कोई बहुत अंतर होता नहीं है, एक ही जैसे लगते हैं, तो हमलोग थोड़ा चौकन्ना हो गए. तीन डीएसपी साहब हमारे हैं और दो थाना प्रभारी हैं. एक एसआईटी बनाया गया. चुकिं मामला बहुत गंभीर था. रेल मंत्रालय भी इसमें इनवॉल्व था. एसआईटी बनाया गया तो एक आदमी को हमलोगों ने तीन-चार दिनों के बाद पकड़ा. जिसका नाम जितेंद्र कुमार है. जितेंद्र कुमार ने सारी बात बताई. उसके बाद हमलोगों का जो एक अपना तरीका होता है इनवेस्टीगेशन का, उसके आधार पर फिर हमलोगों ने दोनों आरपीएफ के जवान की पहचान की और फिर दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया. दोनों ने अपराध स्वीकार किया कि उसे दस हजार रुपये मिला था."

सुल्लतान मियां पर दर्ज हैं दर्जनों मामले: उन्होंने बताया कि "सुल्तान का एक आदमी है. सोनू साव के माध्यम से उससे बात होती थी. दोनों को लाया गया. दोनों ने अपना अपराध स्वीकार किया. दोनों को जेल भेज दिया गया. उसके बाद एक और लड़के जिसके घर में अटैची रखा गया था, उसे एरेस्ट किया गया. तो चार लोग अरेस्ट हो गये. लेकिन मामला ये फंसा हुआ था कि जो मेन अभियुक्त है सुल्तान खान, वो अरेस्ट नहीं हो पाया है. सुल्लतान खान के बारे में जब पता किया गया तो पचा चला कि उसपर दर्जनों हत्या, लूट, दुष्कर्म के मामले आजमगढ़ में दर्ज है और ये आजमगढ़ में एक अच्छी हस्ती है. एसआईटी टीम पता लगाई तो पता चला कि उसकी एक पत्नी यहां रहती है दिग्घा में.

गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी: एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि "उसकी एक गाड़ी सीसीटीवी में लोकेट हुई. जहां पर इनलोगों को रखा गया था. एक गाड़ी नंबर लोकेट हुआ. उसके नंबर पर पड़ताल किया तो पता चला कि गाड़ी उसके पत्नी के नाम पता चला. इसके खाते का जब हमलोगों ने पता किया तो पता चला कि उसके खाते में 44 लाख रुपये जमा था. जिसको हमलोगों ने फ्रिज करवा दिया, बैंक को लेटर लिख कर. लेकिन ये तब भी फरार रहा. इसके गिरफ्तारी के लिए हमलोगों ने इस्तेहार तक लिये. आज हमारी एसआईटी टीम को सफलता मिली. इसको पटना से आते या जाते समय सुचना पुलिस को मिली तकनीकी सेल के द्वारा. जिसके बाद इसको आज आरोप है. चूकिं इसमें पुलिस के लोग इनवॉल्व थे, तो मामला संगीन है. जालसाजी का ये सीधा-सीधा धंधा है. नोट डबलिंग करके इसको दिया जाता है."

"शुरूआत में पता चला है कि एक लाख के बदले पांच लाख रुपए का नोट पोपलानी को दिया गया. जो ओरिजनल नोट थे. वो ये सोच के चला कि ये तो असली नोट जैसा लगता है. उसके बाद वो पचपन लाख रुपया इनको लाके दिया. उसका पचीस लाख रुपया एयरपोर्ट पर पकड़ा भी गया था. लेकिन इनकम टैक्स के लोगों के द्वारा छानबीन के बाद उस पैसे को रिलिज कर दिया गया. वो एक हफ्ते यहां रहा और अंतिम दिन सुल्लतान मियां के द्वारा चारों का बर्थ टिकट कराया गया मगध एक्सप्रेस में. सभी लोग जा रहे थे और बक्सर स्टेशन पहुंचने से पहले दो सिपाही आते हैं और उनका अटैची उठाते हैं और करके उनके साथ के एक आदमी को भी उठा लेते हैं."- प्रमोद कुमार मंडल, रेल एसपी

नकली नोटों का बड़ा सौदागर है सुल्तान मियां: रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि गिरफ्तार सुल्तान मियां का कनेक्शन बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ-साथ दिल्ली समेत नेपाल से है. पूछताछ के दौरान इसने नेपाल कई बार आने जाने की बातें भी स्वीकार की है और हूबहू दिखने वाले भारतीय नोट की तरह नकली नोट और नोट को डबल करने का यह बहुत बड़ा सौदागर बताया जाता है. इसका धंधा नोट डबल करने के नाम पर चलता है. जांच के दौरान यह बातें सामने आ गई है. जिसमें पुलिस के रडार पर आए कई अन्य लोग भी इस नोट डबलिंग धंधे में संलिप्त है. पुलिस ने अब उन लोगों की तलाश शुरू कर दी है.

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