ETV Bharat / state

10 दिनों से नहीं हुई सीएम आवास में कोई बैठक, सेल्फ क्वारंटाइन में नीतीश कुमार

author img

By

Published : Jul 13, 2020, 8:19 PM IST

सीएम आवास में 4 जुलाई को कोरोना केस मिलने के बाद से सीएम नीतीश सेल्फ क्वॉरंटाइन में हैं. इस दौरान सीएम ने कोई बैठक नहीं की है. हालांकि टेलीफोनिक माध्यम से सीएम अधिकारियों से बात करते हैं.

Yy
है

पटना: बिहार में कोरोना के साथ साथ बाढ़ से भी लोग परेशान हैं. ऐसे में सीएम की अनुपस्थिति से कामकाज पर असर पर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास में कोरोना संक्रमण के केस मिलने के बाद से ही सभी तरह की बैठक को बंद कर दिया गया है. मुख्यमंत्री आवास में 4 जुलाई को कोरोना केस मिलने की सूचना मिली थी.

10 दिन से मुख्यमंत्री ने नहीं की बैठक

बिहार में एक तरफ कोरोना संक्रमण के केस बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ उत्तर बिहार की अधिकांश नदियां उफान पर हैं और बाढ़ का तांडव शुरू है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सक्रियता नहीं होने के कारण असर पड़ रहा है. 4 जुलाई शनिवार के बाद से मुख्यमंत्री ने पिछले 10 दिनों में एक भी बैठक नहीं की है. सीएम सचिवालय से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक मुख्यमंत्री संभव है कि कुछ दिन और बैठक नहीं कर सकते हैं. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है.

देखें वीडियो.

सेल्फ क्वॉरंटाइन में सीएम
सीएम नीतीश कोरोना केस मिलने के बाद सेल्फ क्वॉरेंटाइन में हैं. मुख्यमंत्री आवास में तैनात डीएसपी स्तर के एक अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री की भतीजी के भी कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आया था. हालांकि सीएम की भतीजी बाद में कोरोना नेगेटिव भी हो गई, लेकिन उसके बाद से ही मुख्यमंत्री ने एहतियातन बैठक बंद कर दिया. सीएम इस दौरान टेलिफ़ोनिक निर्देश अधिकारियों को दे रहे हैं.

लचर स्वास्थ्य व्यवस्था

बिहार में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. राजधानी पटना में कोरोना केस सबसे अधिक मिल रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेस्ट को लेकर जिस तरह से रवैया अपनाया जा रहा है उससे लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. यहां तक कि मुख्यमंत्री आवास में लिए गए सैंपल का रिपोर्ट आने में 5 से 7 दिन तक लग गया. वहीं कई मंत्रियों और उनके आवास से लिए गए सैंपल का रिपोर्ट आने में भी कई दिन लग रहा है. इससे समझा जा सकता है कि आम लोगों की रिपोर्ट आने में कितना समय लग रहा होगा.

पटना: बिहार में कोरोना के साथ साथ बाढ़ से भी लोग परेशान हैं. ऐसे में सीएम की अनुपस्थिति से कामकाज पर असर पर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास में कोरोना संक्रमण के केस मिलने के बाद से ही सभी तरह की बैठक को बंद कर दिया गया है. मुख्यमंत्री आवास में 4 जुलाई को कोरोना केस मिलने की सूचना मिली थी.

10 दिन से मुख्यमंत्री ने नहीं की बैठक

बिहार में एक तरफ कोरोना संक्रमण के केस बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ उत्तर बिहार की अधिकांश नदियां उफान पर हैं और बाढ़ का तांडव शुरू है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सक्रियता नहीं होने के कारण असर पड़ रहा है. 4 जुलाई शनिवार के बाद से मुख्यमंत्री ने पिछले 10 दिनों में एक भी बैठक नहीं की है. सीएम सचिवालय से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक मुख्यमंत्री संभव है कि कुछ दिन और बैठक नहीं कर सकते हैं. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है.

देखें वीडियो.

सेल्फ क्वॉरंटाइन में सीएम
सीएम नीतीश कोरोना केस मिलने के बाद सेल्फ क्वॉरेंटाइन में हैं. मुख्यमंत्री आवास में तैनात डीएसपी स्तर के एक अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री की भतीजी के भी कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आया था. हालांकि सीएम की भतीजी बाद में कोरोना नेगेटिव भी हो गई, लेकिन उसके बाद से ही मुख्यमंत्री ने एहतियातन बैठक बंद कर दिया. सीएम इस दौरान टेलिफ़ोनिक निर्देश अधिकारियों को दे रहे हैं.

लचर स्वास्थ्य व्यवस्था

बिहार में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. राजधानी पटना में कोरोना केस सबसे अधिक मिल रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेस्ट को लेकर जिस तरह से रवैया अपनाया जा रहा है उससे लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. यहां तक कि मुख्यमंत्री आवास में लिए गए सैंपल का रिपोर्ट आने में 5 से 7 दिन तक लग गया. वहीं कई मंत्रियों और उनके आवास से लिए गए सैंपल का रिपोर्ट आने में भी कई दिन लग रहा है. इससे समझा जा सकता है कि आम लोगों की रिपोर्ट आने में कितना समय लग रहा होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.