पटना: राजधानी में गहराते कोरोना संकट के बीच पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू के खिलाफ वार्ड पार्षदों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, 41 वार्ड पार्षदों ने मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. उनका कहना है कि मेयर राजधानी का विकास और उसे सुंदर बनाने में नाकाम रही हैं, इसलिए उन्हें अविलंब हटाया जाए. वहीं, मेयर समर्थकों का कहना है कि यह सब पटना के विकास को बाधा पहुंचाने का हथकंडा है.
मेयर के कामकाज से नाखुश पार्षदों ने पत्र में मेयर के प्रति अविश्वास व्यक्त करते हुए विशेष बैठक बुलाने की मांग की है. अविश्वास व्यक्त करने वाले पार्षदों ने मेयर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. नगर पालिका अधिनियम की धारा 25(4) के तहत यह अविश्वास प्रस्ताव लाया. मेयर सीता साहू के खिलाफ 3 वर्ष के कार्यकाल में यह दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.
पार्षदों ने लगाए कई गंभीर आरोप
वार्ड नम्बर 21 की पार्षद पिंकी देवी की मानें तो मेयर सीता साहू हर मोर्चे पर फेल रही हैं. उन्होंने कहा कि अपने 3 साल के कार्यकाल में मेयर ने राजधानी की सूरत बद से बदतर कर दी है. वे चुनिंदा वार्ड पार्षदों को ही वार्ड में काम देती हैं. निगम में अन्य पार्षदों को अनदेखी होती है. इसलिए 41 वार्ड पार्षदों ने मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाया है.
'निगम की नकारात्मक राजनीति का हिस्सा है अविश्वास प्रस्ताव'
वहीं, मेयर समर्थक वार्ड पार्षदों का कहना है कि विपक्षी पार्षदों ने पिछली बार भी अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. लेकिन, कुछ फायदा नहीं हुआ. हमने आसानी से फ्लोरटेस्ट पास कर लिया था. इस बार भी वही होगा. उन्होंने इस अविश्वास प्रस्ताव को निगम की नकारात्मक राजनीति का हिस्सा बताया है. मेयर समर्थक पार्षदों ने जीत का दावा करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में मेयर सीता साहू के नेतृत्व में ही पटना में विकास का काम होगा.