पटना: पुलिस सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार शामिल हुए. सीतामढ़ी में दारोगा की हत्या मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिए. जिसमें उन्होंने कहा कि आगे अगर इस तरह की सूचना किसी जिले से मिलती है तो वहां अधिकारी पूरी तैयारी के साथ जाएं.
नीतीश कुमार ने कहा कि शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए इक्के-दुक्के की संख्या में पुलिस कर्मी न जाएं. वे दस्ता बनाकर शराब तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी करें. उन्होंने कहा कि 2015 के विधानसभा चुनाव जीतने और सरकार बनने के बाद लोगों की मांग पर 1 अप्रैल 2016 से बिहार में शराबबंदी की गई थी. जो काफी सफल हुई है. लेकिन समाज के 10 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो गलत काम कर रहे हैं. जिस पर कार्रवाई की जा रही है.
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परेड का सीएम ने किया निरीक्षण
वहीं, पुलिस सप्ताह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परेड का निरीक्षण किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्पेशल ब्रांच के एडीजी जेएस गंगवार और सीआईडी एडीजी विनय कुमार के साथ अन्य पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया. इस मौके पर कुछ आम लोगों को भी सम्मानित किया गया जोकि अपराधी से मुकाबला करते हुए घायल हुए थे.
'बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू है. सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई हो रही है. शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. शराब तस्करों को बिहार के बाहर से भी गिरफ्तार किया जा रहा है'.- एसके सिंघल, डीजीपी
डीजीपी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के आदेश के बाद सीआईडी, एसटीएफ को मजबूत किया जा रहा है. साथ ही पुलिस जनता दरबार लगाकर बिहार के विभिन्न जिलों में समस्याओं को दूर किया जा रहा है.
1958 से कार्यक्रम की शुरुआत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिसकर्मियों को पुलिस सप्ताह के अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि 1958 में इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी. जिसके बाद 2007 से प्रत्येक वर्ष 22 से 27 फरवरी तक पूरी सप्ताह मनाया जाता है. यह एक बहुत अच्छा काम है. इस अवसर पर पुलिस सप्ताह में अनेकों प्रकार के कार्य हो रहे हैं. लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है. बाहर से आए प्रशिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
लालू-राबड़ी शासन काल से की तुलना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबोधन के दौरान लालू-राबड़ी शासनकाल से तुलना करते हुए कहा कि पहले कितने दंगे-फसाद, हत्याएं हुआ करते थे. जब से हमारी सरकार बनी है. तब से इस पर लगाम लगा है.
'माहौल बिगाड़ने की हो रही है कोशिश'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर धर्म को मानने वाले लोगों से अपील किया कि कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं. उनसे सतर्क रहने की जरूरत है. पुलिस को पहले ड्रेस भी नहीं मिलती थी. ड्रेस की हालत बद से बदतर हुआ करता था. हमारे शासनकाल में पुलिस को संसाधन से लेकर पुलिस भवन पुलिस थाने काफी कार्य किया गया है. महिला पुलिस कर्मियों के लिए आज व्यवस्था की जा रही है. कुछ जगहों पर इनका इंतजाम अब तक नहीं हुआ है. जिसे 1 साल के अंदर पूरा किया जाएगा.