पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अपने एक बयान में कहा था कि लोकसभा का चुनाव दिसंबर के महीने में ही हो जाएगा. इसको लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि हो सकता है कि नीतीश की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वार्ता हुई है और उस आधार पर वह कह रहे होंगे.
'नीतीश की पीएम मोदी से हुई है बात'- सम्राट चौधरी: सम्राट चौधरी ने कहा कि समय से पहले होगा या नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही चुनाव को लेकर निर्णय ले सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किस आधार पर इस बात को कह रहे हैं, वह हमें पता नहीं है. वहीं लालू यादव की ललकार पर भी सम्राट चौधरी ने तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कि लालू क्या बीजेपी को समाप्त करेंगे, बीजेपी तो पूरे देश की पार्टी है.
"नीतीश कुमार लालू जी को पूरी तरह से समाप्त करने जा रहे हैं. इससे पहले भी नीतीश कुमार ने ही लालू जी को समाप्त करने का काम किया था. आप देख लीजिए कि संसद में ऑर्डिनेंस को किसने फाड़ा था. किसने चारा घोटाला के मामले को लेकर कोर्ट में लालू जी को घसीटने का काम किया था. इन सब बातों को देखने से सीधा-सीधा यह देखने को मिल रहा है कि नीतीश कुमार कहीं ना कहीं उन्हें खत्म कर रहे हैं. यह बात लालू जी को भी समझना चाहिए."- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
405 सीटों पर चुनाव जीतने का दावा: सम्राट चौधरी ने कहा कि ये लोग कुछ भी बोलें लेकिन भारतीय जनता पार्टी पूरे देश की पार्टी है. वह कभी भी खत्म होने वाली पार्टी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि इस बार पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी 405 सीटों पर चुनाव जीतेगी जो अपने आप में एक कीर्तिमान स्थापित होगा. फिर से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे.
क्या कहा था नीतीश कुमार ने?: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा में मीडिया से बातचीत के दौरान मंगलवार को कहा कि जरूरी नहीं कि आम चुनाव समय पर हो. वे (केंद्र) पहले भी चुनाव करा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात हम पिछले कई महीनों से कह रहे हैं कि ये लोग पहले भी चुनाव करा सकते हैं.
पहले भी नीतीश कर चुके हैं दावा: दरअसल ये कोई पहला मौका नहीं है जब नीतीश कुमार ने इस तरह का बयान दिया है. इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि नुकसान के डर से बीजेपी पहले ही चुनाव करा सकती है. इस दौरान उन्होंने अटल सरकार का उदाहरण भी दिया और कहा कि उनकी ही पार्टी के लोगों ने चार से पांच महीने पहले चुनाव करा लिया था. हालांकि अटल जी ऐसा नहीं चाहते थे.