पटना: बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की तरफ से आयोजित एथलेटिक्स खोज प्रतियोगिता का आयोजन 9 फरवरी से शुरू होकर 12 फरवरी को समाप्त हुआ. खेल प्राधिकरण के डीजी रविंद्र शंकरण ने बताया कि टैलेंट स्काउटिंग द्वारा बिहार के 30-40 खिलाड़ियों का चयन किया गया. यह पूरे बिहार के लिए बहुत ही बड़ी बात है. इन सभी एथलीटों को साईं के विशेष प्रशिक्षण केन्द्रों में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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तीन खिलाड़ी हुए चयनित: एथलीटों के विशेष प्रशिक्षण केंद्र के लिए राष्ट्रीय कोच राधाकृष्णन और भी कई अन्य राष्ट्रीय स्तर के कोच जल्द ही पटना आएंगे. जिससे पाटलिपुत्र खेल परिसर में प्रशिक्षण केंद्र का रास्ता साफ हो जाएगा. उन्होंने बताया की बिहार के तीन एथेलीट्स का राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण केंद्र पटियाला में जाने के लिए चयन किया गया है. इन खिलाड़ियों की पहचान निशि, सोनी एवं विजेंद्र यादव है.
एथलीटों के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र: इधर, खेल प्राधिकरण के डीजी ने बताया कि पाटलिपुत्र खेल परिसर कंकड़बाग के पूर्वी क्षेत्र में एथलीटों के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र बनाए जाने की पूरी संभावना है. जहां पर असम, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और बिहार के एथलीटों का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जो कि भारत में एथलेटिक्स प्रशिक्षण का सबसे बड़ा केंद्र है .
पिता के शहीद होने के बाद खेल जारी: छपरा निवासी सोनी कुमारी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया है कि मेरा बस एक ही मकसद है कि 2028 ओलंपिक के लिए चयन हो जाए. सोनी ने बताया कि हमारे पिता नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए. दूसरे नंबर पर रोहतास निवासी निशी कुमारी ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया था कि हमारे पिता मजदूर हैं. इसके बावजूद हमारे हौसले को गरीबी ने कभी नहीं रोका है.
बुलंद हौसले से जीतने की चाहत: इन खिलाड़ियों के बुलंद हौसले से ही साफ नजर आता है कि ये लोग नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पटियाला में अपने दम पर प्रशिक्षण में भाग लेंगी. इन खिलाड़ियों के अनुसार 2028 के ओलंपिक में अपना प्रतिभा दिखाने का मौका तलाशेंगी. खेल प्राधिकरण डीजी रविंद्र शंकरण ने बताया कि ओलंपिक में गोल्ड लाने वाले नीरज चोपड़ा ने भी नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पटियाला में करीब 6 वर्षों तक प्रशिक्षण प्राप्त किया था. आज उसी के बदौलत पूरी दुनिया में अपना नाम बना रहे हैं.
2028 ओलंपिक के लिए तैयारी: बिहार के खिलाड़ियों के लिए यह सौभाग्य है कि बिहार के खिलाड़ियों को भी नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए चुना गया है. उन्होंने आगे कहा कि एनआईडीजेएएम 2023 के माध्यम से बिहार के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर के खेल प्रशिक्षण संस्थानों के द्वारा चुना गया है. इसका फल हमलोगों को 2028 में जरुर देखने को मिलेगा. इन खिलाड़ियों के साथ हमारी शुभकामनाएं हैं.
"पाटलिपुत्र खेल परिसर कंकड़बाग के पूर्वी क्षेत्र में एथलीटों के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र बनाए जाने की पूरी संभावना है. जहां पर असम, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और बिहार के एथलीटों का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जो कि भारत में एथलेटिक्स प्रशिक्षण का सबसे बड़ा केंद्र है". - रविंद्र शंकरण, डीजी, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण
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