पटना: अगर आपसे पूछा जाए कि सबसे पढ़ाई के लिए किस बोर्ड को आप चुनना चाहते हैं तो आप सीबीएसई या आईसीएसई बोर्ड के का जिक्र करेंगे. इसका कारण पूछने पर आप बहुत सी बातें गिना सकते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि एक मामले में आपके बिहार का शिक्षा बोर्ड इनदोनों बोर्ड से बेहतर और काफी आगे है! जी हां, ज्यादा सोचिए नहीं बात सौ प्रतिशत सच है. दरअसल, बिहार बोर्ड एक मामले में सिर्फ सीबीएसई और आईसीएसई से ही नहीं बल्कि देश के बाकी सभी शिक्षा बोर्ड से आगे निकल गया है. बिहार बोर्ड परिक्षा लेने और छात्रों को रिजल्ट देने के मामले में देश के सभी बोर्डों से आगे निकल गया है.
इसे भी पढ़ें: बिहार बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित, तीनों स्ट्रीम में लड़कियों ने मारी बाजी
बाकी बोर्डस ने अभी कंडक्ट भी नहीं कराई है परीक्षाएं
दरअसल सीबीएसई, आईसीएसई या देश के दूसरे शिक्षा बोर्ड जब 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा कंडक्ट करा रहे होंगे तब तक बिहार बोर्ड के छात्र छात्र नये सत्र के नामांकन ले चुके होंगे. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि आने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर बिहार बोर्ड से पास आउट हुए छात्रों के तैयारी करने के लिए ज्यादा टाइम होगा. यानि इंटर के छात्रों के पास इस बार पहले की तुलना में ज्यादा समय है अपनी बाकी के परीक्षाओं की तैयारी के लिए.
छात्रों को होगें कई फायदे.
बता दें कि कोरोना को लेकर इस बार सीबीएसई और आईसीएसई ने 12वीं की अपनी परीक्षाओं के लिए मई के पहले सप्ताह का समय निर्धारित किया है. वहीं ये बोर्ड छात्रों को उनका रिजल्ट 15 जुलाई तक देंगे. यानि इन बोर्ड से पास आउट होनेवाले छात्रों के स्नातक का सत्र अगस्त या फिर सितंबर से शुरू होगा. वहीं बिहार बोर्ड के छात्रों का समय बर्बाद नहीं होगा और वे आसानी से समय पर ग्रेजुएशन में नामांकन ले सकेंगे.
नामांकन को लेकर भी छात्रों के अंदर कई सारे सवाल होते हैं, जैसे की कहां जाएं? कहां एडमिशन लें? इन सारे सवालों के जवाब तलाशने के लिए विद्यार्थियों को बहुत सारा समय मिल जाएगा और वे अपने भविष्य को लेकर एक बेहतर फैसला ले सकेंगे. इसके अलावा अप्रैल में कंपार्टमेंटल परीक्षा भी समय से हो सकेगी. रिजल्ट समय पर आने के कारण सबसे ज्यादा बेनिफिट जेईई मेन में सफल छात्रों उठाएंगे उन्हें एडवांस की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकेंगे.
तीन साल से रिजल्ट देने में अव्वल रहा है बिहार बोर्ड
आपको बताते चलें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि बिहार बोर्ड ने बाकी सभी बोर्डो की अपेक्षा पहले रिजल्ट जारी किया हो. बिहार बोर्ड पिछले 3 सालों से इस मामले में देश के बाकी बोर्ड से आगे है. 2019 में बोर्ड ने तीनों स्ट्रीम के रिजल्ट एक दिन 30 मार्च को जारी किया. वहीं 2020 में लॉकडाउन के बावजूद बोर्ड ने 26 मार्च को तीनो स्ट्रीम्स के रिजल्ट जारी कर दिए.