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52 प्रश्नों के जवाब पर मंत्री नरेंद्र नारायण यादव बोले- सदन ऐसा ही हमेशा चले - Bihar News

सदन में मानसून सत्र के 9 वीं दिन सरकार ने 52 सवालों का जवाब दिया. इसको लेकर मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि सदन का प्रश्नकाल बाधित नहीं हो.

पटना
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Published : Jul 10, 2019, 9:22 PM IST

पटना: विधानसभा में मानसून सत्र चल रहा है. इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं, इस सत्र के 9 वें दिन सदन में सबसे ज्यादा सवाल पूछे गए. इसको लेकर मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि यदि शांतिपूर्ण सदन चले तो सभी सदस्यों के प्रश्नों का जवाब मिल जाएगा.

नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि सदन में सदस्य बहुत ही परिश्रम कर प्रश्न उठाते हैं. सभी सवाल जनहित से जुड़ा होता है. इसी तरह से हमेशा सदन चले. इससे प्रश्नकाल बाधित नहीं हो. सदन में ज्यादा से ज्यादा सवालों का जवाब मिल पाएगा. बिहार विधानसभा में बुधवार को सरकार ने 52 प्रश्नों का उत्तर दिया.

विपक्षी सदस्य चर्चा से गायब
विधान परिषद में बजट पर चर्चा के दौरान एक तरफ जहां मंत्री अपने-अपने विभागों के आय-व्यय का ब्योरा पेश कर रहे थे और अपनी उपलब्धियां गिना रहे थे, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के नेताओं में जो नेता मौजूद थे, वह धीरे-धीरे बाहर निकलते गए. आखिर में रामचंद्र पूर्वे ने अपने बाकी बचे सदस्यों के साथ वाकआउट कर दिया. इसके बाद विपक्ष में सिर्फ एक नेता बचे कांग्रेस के प्रेम चंद्र मिश्रा. जो आखिर तक सदन में विपक्ष का कोरम पूरा करते रहे.

मंत्री नरेंद्र नारायण यादव

सदन में विपक्ष आक्रमक
बता दें कि मानसून सत्र में लगातार विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेर रही है. चमकी बुखार और शिक्षा को लेकर विपक्ष हमेशा आक्रमक रवैया अपनाए हुए हैं. विपक्ष लगातार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस्तीफा की मांग कर रही है. वहीं, सत्र के 9 वीं दिन सदन में साइंस एंड टेक्नोलॉजी और उद्योग विभाग पर चर्चा की गई

पटना: विधानसभा में मानसून सत्र चल रहा है. इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं, इस सत्र के 9 वें दिन सदन में सबसे ज्यादा सवाल पूछे गए. इसको लेकर मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि यदि शांतिपूर्ण सदन चले तो सभी सदस्यों के प्रश्नों का जवाब मिल जाएगा.

नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि सदन में सदस्य बहुत ही परिश्रम कर प्रश्न उठाते हैं. सभी सवाल जनहित से जुड़ा होता है. इसी तरह से हमेशा सदन चले. इससे प्रश्नकाल बाधित नहीं हो. सदन में ज्यादा से ज्यादा सवालों का जवाब मिल पाएगा. बिहार विधानसभा में बुधवार को सरकार ने 52 प्रश्नों का उत्तर दिया.

विपक्षी सदस्य चर्चा से गायब
विधान परिषद में बजट पर चर्चा के दौरान एक तरफ जहां मंत्री अपने-अपने विभागों के आय-व्यय का ब्योरा पेश कर रहे थे और अपनी उपलब्धियां गिना रहे थे, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के नेताओं में जो नेता मौजूद थे, वह धीरे-धीरे बाहर निकलते गए. आखिर में रामचंद्र पूर्वे ने अपने बाकी बचे सदस्यों के साथ वाकआउट कर दिया. इसके बाद विपक्ष में सिर्फ एक नेता बचे कांग्रेस के प्रेम चंद्र मिश्रा. जो आखिर तक सदन में विपक्ष का कोरम पूरा करते रहे.

मंत्री नरेंद्र नारायण यादव

सदन में विपक्ष आक्रमक
बता दें कि मानसून सत्र में लगातार विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेर रही है. चमकी बुखार और शिक्षा को लेकर विपक्ष हमेशा आक्रमक रवैया अपनाए हुए हैं. विपक्ष लगातार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस्तीफा की मांग कर रही है. वहीं, सत्र के 9 वीं दिन सदन में साइंस एंड टेक्नोलॉजी और उद्योग विभाग पर चर्चा की गई

Intro:पटना-- बिहार विधानसभा में आज प्रश्नकाल में 52 प्रश्नों का उत्तर हुआ और पिछले 9 दिनों के कार्यवाही में पहली बार ऐसा हुआ कि इतने अधिक प्रश्नों का उत्तर हो सका। प्रश्नकाल बिना हंगामे का चला शून्यकाल और ध्यान कर्षण के दौरान भी हंगामा नही हुआ। विपक्ष के शांतिपूर्ण होने के कारण सरकार की ओर से प्रश्नों का उत्तर आसानी से दिया है सरकार और इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी ने सदस्यों को धन्यवाद दिया और प्रसन्नता जाहिर की है वही मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि यदि सदस्य इसी तरह सदन चलाएंगे तो लोगों की समस्याओं से जुड़े प्रश्नों का उत्तर हो सकेगा।


Body: ऐसे सदन शुरू होने से पहले जरूर आरजेडी के सदस्यों ने विधानसभा के बाहर हंगामा और नारेबाजी की मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग भी की। लेकिन विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्ष ने कोई हंगामा नहीं किया इसके कारण सदन शांतिपूर्वक चला और सरकार ने अधिक से अधिक प्रश्नों का उत्तर दिया ।


Conclusion: नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव आज सदन में नहीं पहुंचे आरजेडी के लोगों के अनुसार दिल्ली में ही है । 9 दिनों के विधानसभा सत्र में केवल 2 दिन कार्यवाही में भाग लिया है । मानसून सत्र 26 जुलाई तक चलना है ऐसे में देखना है कि आगे नेता प्रतिपक्ष की भूमिका क्या होती है फिलहाल विपक्षी सदस्यों की धार कुंद होती दिख रही है। विपक्षी सदस्यों में पहले से ही एकता नहीं थी। आरजेडी कांग्रेस और माले का आंदोलन अलग-अलग चल रहा था। और तेजस्वी यादव के नहीं रहने से आरजेडी भी कारगर ढंग से सरकार के खिलाफ कोई रणनीति तैयार नहीं कर पा रही है और यह सरकार के लिए बड़ी राहत की बात है । यही वजह है कि आज आसानी से सदन चला और कई प्रश्नों के उत्तर हुए।
बाईट--नरेंद्र नारायण यादव, विधि मंत्री।
अविनाश, पटना।
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