पटना: मॉनसून आने में अब कुछ ही समय बचे हैं. ऐसे में पटना नगर निगम के नगर आयुक्त नाला की सफाई के कार्यों की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. इस दौरान नाला किनारे लगे बिजली के खंभों से उड़ाही कार्य में आ रही समस्याओं को देखते हुए, ऐसे सभी बिजली पोल को चिन्हित कर शिफ्ट करने के लिए पेसू को पत्र लिखने का निर्देश दिया गया है. नगर आयुक्त ने निर्देश दिया है कि विद्युत प्रवाह बंद होने के बाद ही उड़ाही कार्य किया जाए. ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
15 मई तक नाले की उड़ाही पूर्ण करने का लक्ष्य
नगर प्रबंधक एवं कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि बादशाही पाइन के कुछ हिस्से यथा फोर्ड हॉस्पिटल के पीछे, जगनपुरा आदि में जल संसाधन ने उड़ाही नहीं करायी है. साथ ही जिस गहराई तक उड़ाही करायी जानी थी, उस गहरायी तक उड़ाही नहीं कराई गई है. इसको लेकर नगर आयुक्त ने इसकी पूर्ण रूप से साक्ष्य के साथ प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है.
साथ ही बादशाही नाले और बादशाही पाइन के स्तर को भी कार्यपालक अभियंता की ओर से तकनीकी जांच कराने का आदेश दिया है. वहीं बाईपास नाला उड़ाही का कार्य यथा संभव 15 मई तक पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया है. साथ ही नगर आयुक्त ने जीरो माइल के पास अवस्थित योगीपुर नाला की उड़ाही कार्य का स्थल निरीक्षण किया. योगीपुर नाला पर स्थित सभी छह संप हाउस का निरीक्षण किया गया.
कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करने का निर्देश
कार्यपालक पदाधिकारी एवं नगर प्रबंधक को प्रत्येक संप हाउस पर पदस्थापित सभी कर्मियों, पदाधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर के साथ ही आस-पास के चार-पांच घरों का भी मोबाइल नंबर प्राप्त कर एक कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया. ताकि जलजमाव की स्थिति में बुडको और पटना नगर निगम के बीच बेहतर समन्वय हो सके. निरीक्षण के क्रम में नाले पर कई पुलिया बना पाया गया, जिसे अविलंब हटाने का निर्देश कार्यपालक पदाधिकारी को दिया है.
इसके अलावा नगर आयुक्त ने सभी संप हाउस की क्षमता, इनलेट-आउटलेट और कैचमेंट एरिया के संबंध में जानकारी प्राप्त कर समीक्षा करते हुए कर्मचारियों को कई निर्देश दिये.
- संप हाउस के सभी पंप चालू स्थिति में हैं या नहीं. यदि नहीं तो इसकी सूचना मुख्यालय को उपलब्ध कराएं.
- यदि संप हाउस की क्षमता बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, तो इसका विस्तृत प्रतिवेदन भी मुख्यालय को दें.
- इसके अतिरिक्त जहां पंप के जलजमाव होने पर डूबने की संभावना है, उसे ऊंचे स्थान पर रखने के संबंध में भी प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया.
तीन बार नाले की सफाई
बता दें पिछले साल बारिश के पानी ने पटना में जलप्रलय की स्थिति उत्पन्न कर दी थी. जिससे नगर निगम की काफी फजीहत भी हुई थी. जलजमाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बार नगर विकास विभाग और नगर निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी. उसके बाद आदेश दिया था कि अब हर साल तीन बार नाले की सफाई होगी. इसको लेकर लगातार नगर निगम नाला सफाई को लेकर अपना अभियान चला रही है.