ETV Bharat / state

10 अस्पतालों में 55 बेड्स के लिए जल्द होगा ऑक्सीजन का उत्पादन- शाहनवाज हुसैन

कोरोना महामारी के चलते बिहार में ऑक्सीजन संकट खड़ा हो गया है. प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए सरकार जद्दोजहद कर रही है. उद्योग विभाग भी ऑक्सीजन उत्पादन की कोशिशों में जुटा है. पटना में एक और प्लांट से उत्पादन शुरू हुआ है, जिससे पिछले 3 दिनों में ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिंग और आपूर्ति में काफी वृद्धि हुई है.

पटना
पटना
author img

By

Published : May 13, 2021, 10:43 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार की स्थिति थी. संक्रमण घटने के साथ-साथ ऑक्सीजन को लेकर जद्दोजहद कम हुई है. सरकारी स्तर पर भी ऑक्सीजन उत्पादन और रिफिलिंग की क्षमता बढ़ाई गई है. उद्योग विभाग द्वारा किए गए प्रयासों से ऑक्सीजन की उपलब्धता में इजाफा हुआ है.

ये भी पढ़ें- बिहार में 25 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, अब शादियों में 20 लोग ही हो सकेंगे शामिल

ऑक्सीजन की उपलब्धता में इजाफा
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में ऑक्सीजन उत्पादन और आपूर्ति बढ़ाने के लिए उद्योग विभाग कोरोना संकट बढ़ने के बाद से ही लगातार प्रयासरत है. उद्योग विभाग वॉर रुम बनाकर ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने और सभी जिलों में जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दिन रात जुटा है.

''लगातार प्रयासों से राज्य के तमाम इलाकों में ऑक्सीजन की उपलब्धतता में काफी वृद्धि हुई है और अब भी इसके लिए कोशिशें जारी हैं. राज्य में ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. राज्य के 10 अस्पतालों में 55 बेड्स के लिए ऑक्सीजन उत्पादन के लिए बियाडा पीएसए यूनिट की स्थापना कर रहा है.''- शाहनवाज हुसैन, बिहार के उद्योग मंत्री

ऑक्सीजन उत्पादन में तेजी
13 मई को पटना में एम/एस फ्रोजन सेल आईआरसी के द्वारा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) आधारित प्लांट से 800 सिलेंडर प्रतिदिन के हिसाब से उत्पादन शुरू हो गया है. इससे पहले 11 मई को ऑक्सीन गैस प्राइवेट लिमिटेड पटना में एयर सेपरेशन यूनिट (एएसयू) प्लांट से 600 सिलेंडर प्रतिदिन के हिसाब से उत्पादन जारी है. 12 मई को 206 एमटी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति राज्य में हुई और एयर सेपरेशन यूनिट (एएसयू) प्लांट से लगभग 46 एमटी ऑक्सीजन का उत्पादन किया गया.

ये भी पढ़ें: बिहार: लॉकडाउन में मनरेगा बना मजदूरों की लाइफलाइन !

55 बेड के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन
आगामी दो दिनों में एम/एस भंडारी एयर गैस समस्तीपुर में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) से रिफिलिंग कार्य और एम/एस गंगोत्री आयरन स्टील पटना में एयर सेपरेशन यूनिट (एएसयू) प्लांट से उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा. दोनों को मिलकर करीब 1500 से 1600 सिलेंडर प्रतिदिन का उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा. वहीं, राज्य के 10 अनुमंडलीय अस्पतालों में 55 बेड के लिए ऑक्सीजन उत्पादन के लिए बियाडा पीएसए यूनिट की स्थापना कर रहा है.

मौजूदा लक्ष्यों के मुताबिक 2 पीएसए यूनिट की स्थापना मई के अंत तक और 8 पीएसए यूनिट की स्थापना दूसरे या तीसरे सप्ताह तक कर लिया जाएगा. जिन अनुमंडलीय अस्पतालों में 55 बेड के लिए ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए पीएसए यूनिट की स्थापना की जाएगी उनमें गया में टेकारी अनुमंडलीय अस्पताल, कैमूर में मोहनिया, भागलपुर में नवगछिया, मुंगेर में तारापुर, समस्तीपुर में दलसिंहसराय, कटिहार में बारसोई, पूर्वी चम्पारण में अरेराज, नालंदा में राजगीर, पटना में बाढ़ और सारण में सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल शामिल हैं.

ये भी पढ़ें: पटना: लॉकडाउन में सड़कों पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए नहीं है भोजन-पानी की व्यवस्था

...ताकि ऑक्सीजन की किल्लत ना हो
एनएचएआई और निजी निवेश के जरिए भी बिहार में कई ऑक्सीजन प्लांट्स के लिए तैयारी जारी है. बिहार के लोगों को कोरोना से लड़ाई में ऑक्सीजन की किल्लत ना हो और आगे भी ऑक्सीजन की उपलब्धता में राज्य आत्मनिर्भर रह सके, इसके लिए केंद्र और निजी निवेशकों के द्वारा भी कई पहल की गई है. एनएचएआई राज्य के 15 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगा रहा है. वहीं, कई निजी निवेशक भी ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने का काम कर रहे हैं.

पटना: बिहार में कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार की स्थिति थी. संक्रमण घटने के साथ-साथ ऑक्सीजन को लेकर जद्दोजहद कम हुई है. सरकारी स्तर पर भी ऑक्सीजन उत्पादन और रिफिलिंग की क्षमता बढ़ाई गई है. उद्योग विभाग द्वारा किए गए प्रयासों से ऑक्सीजन की उपलब्धता में इजाफा हुआ है.

ये भी पढ़ें- बिहार में 25 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, अब शादियों में 20 लोग ही हो सकेंगे शामिल

ऑक्सीजन की उपलब्धता में इजाफा
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में ऑक्सीजन उत्पादन और आपूर्ति बढ़ाने के लिए उद्योग विभाग कोरोना संकट बढ़ने के बाद से ही लगातार प्रयासरत है. उद्योग विभाग वॉर रुम बनाकर ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने और सभी जिलों में जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दिन रात जुटा है.

''लगातार प्रयासों से राज्य के तमाम इलाकों में ऑक्सीजन की उपलब्धतता में काफी वृद्धि हुई है और अब भी इसके लिए कोशिशें जारी हैं. राज्य में ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. राज्य के 10 अस्पतालों में 55 बेड्स के लिए ऑक्सीजन उत्पादन के लिए बियाडा पीएसए यूनिट की स्थापना कर रहा है.''- शाहनवाज हुसैन, बिहार के उद्योग मंत्री

ऑक्सीजन उत्पादन में तेजी
13 मई को पटना में एम/एस फ्रोजन सेल आईआरसी के द्वारा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) आधारित प्लांट से 800 सिलेंडर प्रतिदिन के हिसाब से उत्पादन शुरू हो गया है. इससे पहले 11 मई को ऑक्सीन गैस प्राइवेट लिमिटेड पटना में एयर सेपरेशन यूनिट (एएसयू) प्लांट से 600 सिलेंडर प्रतिदिन के हिसाब से उत्पादन जारी है. 12 मई को 206 एमटी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति राज्य में हुई और एयर सेपरेशन यूनिट (एएसयू) प्लांट से लगभग 46 एमटी ऑक्सीजन का उत्पादन किया गया.

ये भी पढ़ें: बिहार: लॉकडाउन में मनरेगा बना मजदूरों की लाइफलाइन !

55 बेड के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन
आगामी दो दिनों में एम/एस भंडारी एयर गैस समस्तीपुर में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) से रिफिलिंग कार्य और एम/एस गंगोत्री आयरन स्टील पटना में एयर सेपरेशन यूनिट (एएसयू) प्लांट से उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा. दोनों को मिलकर करीब 1500 से 1600 सिलेंडर प्रतिदिन का उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा. वहीं, राज्य के 10 अनुमंडलीय अस्पतालों में 55 बेड के लिए ऑक्सीजन उत्पादन के लिए बियाडा पीएसए यूनिट की स्थापना कर रहा है.

मौजूदा लक्ष्यों के मुताबिक 2 पीएसए यूनिट की स्थापना मई के अंत तक और 8 पीएसए यूनिट की स्थापना दूसरे या तीसरे सप्ताह तक कर लिया जाएगा. जिन अनुमंडलीय अस्पतालों में 55 बेड के लिए ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए पीएसए यूनिट की स्थापना की जाएगी उनमें गया में टेकारी अनुमंडलीय अस्पताल, कैमूर में मोहनिया, भागलपुर में नवगछिया, मुंगेर में तारापुर, समस्तीपुर में दलसिंहसराय, कटिहार में बारसोई, पूर्वी चम्पारण में अरेराज, नालंदा में राजगीर, पटना में बाढ़ और सारण में सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल शामिल हैं.

ये भी पढ़ें: पटना: लॉकडाउन में सड़कों पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए नहीं है भोजन-पानी की व्यवस्था

...ताकि ऑक्सीजन की किल्लत ना हो
एनएचएआई और निजी निवेश के जरिए भी बिहार में कई ऑक्सीजन प्लांट्स के लिए तैयारी जारी है. बिहार के लोगों को कोरोना से लड़ाई में ऑक्सीजन की किल्लत ना हो और आगे भी ऑक्सीजन की उपलब्धता में राज्य आत्मनिर्भर रह सके, इसके लिए केंद्र और निजी निवेशकों के द्वारा भी कई पहल की गई है. एनएचएआई राज्य के 15 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगा रहा है. वहीं, कई निजी निवेशक भी ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने का काम कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.