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Anand Mohan की रिहाई से मंत्री लेसी सिंह को खुशी, बोलीं- 'हमारे पारिवारिक संबंध हैं' - Patna News

बिहार के बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई पर मंत्री लेसी सिंह को खुशी है. उन्होंने कहा कि आनंद मोहन हमारे इलाके से आते हैं और हमलोगों का पारिवारिक संबंध है. वे काफी दिन जेल में रहे और सरकार कानून के तहत उन्हें रिहा कर रही है. जो भी हो रहा है वह न्याय संगत है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Apr 25, 2023, 5:06 PM IST

लेसी सिंह, मंत्री, बिहार सरकार

पटनाः आनंद मोहन की रिहाई का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद से विपक्ष के नेता इसे गलत बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के नेता इसे न्याय संगत बता रहे हैं. बिहार सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह ने इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई न्याय संगत है. सरकार ने नियम के तहत रिहाई करने का फैसला ली है. आनंद मोहन के साथ साथ कुल 27 लोगों को रिहा किया जा रहा है, जिसमें कई धर्म और जाति के लोग हैं.

यह भी पढ़ेंः Bihar News: JDU-RJD या BJP.. रिहाई के बाद किस पार्टी के साथ राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाएंगे आनंद मोहन? सुनिये जवाब


सरकार का यह फैसला न्याय संगतः मंत्री लेसी सिंह का कहना है कि आनंद मोहन के साथ कुल 27 लोगों को रिहाई मिली है, जिसमें सभी जाति और धर्म को मानने वाले लोग शामिल हैं. आनंद मोहन हमारे इलाके से आते हैं और हम लोगों के परिवारिक रिश्ते भी हैं. उनकी रिहाई के फैसले से हम लोगों को खुशी है. लेसी सिंह ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने क्या कुछ कहा है, उसे हमने देखा नहीं है, लेकिन सरकार के तरफ से जो भी फैसला हुआ है वह न्याय संगत और कानून संगत है. कानून से हटकर कुछ भी नहीं किया गया है, क्योंकि आनंद मोहन ने लंबे समय तक जेल में भी काटा है. अब बाहर आ रहे हैं.

BJP का दोहरा चरित्रः आनंद मोहन की सक्रिय राजनीति में आने की बात के जाने पर लेसी सिंह ने कहा कि यह तो आनंद मोहन ही बताएंगे और वह बात भी कर रहे हैं. बीजेपी के तरफ से आनंद मोहन के लिए दरवाजा पार्टी का खुला रखने की बात पर लेसी सिंह ने कहा कि बीजेपी का दोहरा चरित्र है. विरोध भी कर रही है और पार्टी में आने के लिए दरवाजा भी खोल रखी है. अब आनंद मोहन किसके साथ जाने वाले हैं, इसके बारे में वही बताएंगे.

क्या है मामलाः बता दें कि 5 दिसंबर 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की हत्या मामले में आनंद मोहन उम्र कैद की सजा काट रहे हैं. मई में उनका जेल गए हुए 14 साल पूरा हो जाएगा. इस दौरान वे कई बार जेल से पेरोल पर बाहर आ चुके हैं. फरवरी में बेटी की शादी में जब आनंद मोहन पेरोल पर बाहर आए थे तो उस समय उनकी मां ने सीएम नीतीश कुमार से रिहाई करने की मांग की थी. तभी से इसकी प्रक्रिया चल रही थी. अंत में आनंद मोहन सहित 27 लोगों की रिहाई का रास्ता साफ हो गया है.

"विधि संगत रिहाई की गई है. इसके लिए कानून में प्रावधन है. आनंद मोहन जी के साथ 27 लोगों को भी रिहा किया जा रहा है, जो सभी धर्म और जाति के मानने वाले हैं. हमलोगों को सरकार के निर्णय से खुशी है कि आनंद मोहन बाहर आ रहे हैं. आनंद मोहन हमारे इलाके के हैं और उनसे पारिवारिक संबंध है." -लेसी सिंह, मंत्री, बिहार सरकार

लेसी सिंह, मंत्री, बिहार सरकार

पटनाः आनंद मोहन की रिहाई का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद से विपक्ष के नेता इसे गलत बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के नेता इसे न्याय संगत बता रहे हैं. बिहार सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह ने इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई न्याय संगत है. सरकार ने नियम के तहत रिहाई करने का फैसला ली है. आनंद मोहन के साथ साथ कुल 27 लोगों को रिहा किया जा रहा है, जिसमें कई धर्म और जाति के लोग हैं.

यह भी पढ़ेंः Bihar News: JDU-RJD या BJP.. रिहाई के बाद किस पार्टी के साथ राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाएंगे आनंद मोहन? सुनिये जवाब


सरकार का यह फैसला न्याय संगतः मंत्री लेसी सिंह का कहना है कि आनंद मोहन के साथ कुल 27 लोगों को रिहाई मिली है, जिसमें सभी जाति और धर्म को मानने वाले लोग शामिल हैं. आनंद मोहन हमारे इलाके से आते हैं और हम लोगों के परिवारिक रिश्ते भी हैं. उनकी रिहाई के फैसले से हम लोगों को खुशी है. लेसी सिंह ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने क्या कुछ कहा है, उसे हमने देखा नहीं है, लेकिन सरकार के तरफ से जो भी फैसला हुआ है वह न्याय संगत और कानून संगत है. कानून से हटकर कुछ भी नहीं किया गया है, क्योंकि आनंद मोहन ने लंबे समय तक जेल में भी काटा है. अब बाहर आ रहे हैं.

BJP का दोहरा चरित्रः आनंद मोहन की सक्रिय राजनीति में आने की बात के जाने पर लेसी सिंह ने कहा कि यह तो आनंद मोहन ही बताएंगे और वह बात भी कर रहे हैं. बीजेपी के तरफ से आनंद मोहन के लिए दरवाजा पार्टी का खुला रखने की बात पर लेसी सिंह ने कहा कि बीजेपी का दोहरा चरित्र है. विरोध भी कर रही है और पार्टी में आने के लिए दरवाजा भी खोल रखी है. अब आनंद मोहन किसके साथ जाने वाले हैं, इसके बारे में वही बताएंगे.

क्या है मामलाः बता दें कि 5 दिसंबर 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की हत्या मामले में आनंद मोहन उम्र कैद की सजा काट रहे हैं. मई में उनका जेल गए हुए 14 साल पूरा हो जाएगा. इस दौरान वे कई बार जेल से पेरोल पर बाहर आ चुके हैं. फरवरी में बेटी की शादी में जब आनंद मोहन पेरोल पर बाहर आए थे तो उस समय उनकी मां ने सीएम नीतीश कुमार से रिहाई करने की मांग की थी. तभी से इसकी प्रक्रिया चल रही थी. अंत में आनंद मोहन सहित 27 लोगों की रिहाई का रास्ता साफ हो गया है.

"विधि संगत रिहाई की गई है. इसके लिए कानून में प्रावधन है. आनंद मोहन जी के साथ 27 लोगों को भी रिहा किया जा रहा है, जो सभी धर्म और जाति के मानने वाले हैं. हमलोगों को सरकार के निर्णय से खुशी है कि आनंद मोहन बाहर आ रहे हैं. आनंद मोहन हमारे इलाके के हैं और उनसे पारिवारिक संबंध है." -लेसी सिंह, मंत्री, बिहार सरकार

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