पटना: राजधानी पटना के फ्रेजर रोड गोलंबर के पास महाराणा प्रताप की मूर्ति (Statue of Maharana Pratap) लगाई गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को मूर्ति का लोकार्पण किया था. लोकार्पण समारोह में मौजूद रहने के बाद भी मंत्री लेसी सिंह और मंत्री सुमित सिंह का नाम नहीं दिया गया है. जबकि एमएलसी संजय सिंह का नाम है. प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है और इसी पर विवाद शुरू हो गया है.
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लोकार्पण बोर्ड पर राजनीति: जदयू के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि इससे समाज नाराज है. ऐसे इस मामले में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और मंत्री सुमित सिंह ने बोलने से मना कर दिया है. राजपूत समाज की ओर से काफी समय से महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने की मांग हो रही थी और आखिरकार 19 जनवरी को फ्रेजर रोड गोलंबर के पास मूर्ति का लोकार्पण मुख्यमंत्री ने किया, लेकिन मूर्ति लोकार्पण समारोह में बोर्ड पर नाम नहीं दिए जाने को लेकर कंट्रोवर्सी हो गया है.
पूर्व मंत्री ने जताई आपत्ति: लोकार्पण बोर्ड पर मंत्री लेसी सिंह और मंत्री सुमित सिंह का नाम नहीं दिए जाने के बाद जदयू के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि समारोह में मौजूद होने के बाद भी प्रोटोकॉल का पालन भवन निर्माण विभाग ने नहीं किया है. इससे समाज नाराज है. समारोह में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे. साथ ही एमएलसी संजय सिंह भी थे. तीनों का नाम दिया गया है.
साजिश से किया इंकार: जय कुमार सिंह किसी तरह की साजिश से इंकार कर रहे हैं, लेकिन यह भी कहा है कि कम से कम प्रोटोकॉल का तो जरूर पालन करना चाहिए था और जब दोनों मंत्री वहां कार्यक्रम में शामिल थे तो नाम होना चाहिए था. सूत्रों से जो जानकारी मिली है कि लेसी सिंह भी इस मामले से नाराज हैं. हालांकि इस मामले पर वो कुछ भी बोलने से बच रही है लेकिन यह मामला आगे तूल पकड़ सकता है.