पटना: आरजेडी कोटे के मंत्री इसराइल मंसूरी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए नौ साल के कार्यकाल पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जनता से किया गया कोई भी वादा बीजेपी ने पूरा नही किया है. पता नहीं किस मुंह से वो जनता के बीच जाने की बात कर रहे हैं. लोगो के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जनता सब जानती है और अब झांसे में आने वाली नहीं है. वहीं 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक होने वाली है. लेकिन विपक्ष का चेहरा तय नहीं है. इसपर भी इसराइल मंसूरी ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में चेहरा और विचारधारा दोनों तय हो जाएगा.
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इसराइल मंसूरी का मोदी सरकार पर हमला: इसराइल मंसूरी ने कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी. उनको बताना चाहिए कि 9 साल में कितने युवाओं को रोजगार मिला है, कितने किसानों की आय बढ़ी है, इसका उनके पास जवाब नहीं है. वहीं विपक्षी एकता को लेकर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी के नेतृत्व में जो विपक्षी एकता को लेकर मुहिम चलायी गयी है, उससे देश भर के विपक्षी पार्टी एकजुट हो रही है. अब पहले वाली बात नहीं है. अब मोदी के खिलाफ वोट का बिखराव नहीं होगा और इसकी कोशिश जो हो रही है उसमे सफलता भी मिल रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि आरजेडी अंबेडकर पर परिचर्चा कार्यक्रम के जरिए जन-जन को जागरुक कर रही है और केंद्र सरकार की गलत नीतियों से अवगत करा रही है.
"देश में क्या हो रहा है? किस तरह संविधान को धज्जियां उड़ाई जा रही है. तानशाही सरकार जनता के बारे में कुछ नहीं सोच रही है. पूंजीपतियों के हाथों में देश को दे दिया गया है. आम लोग परेशान है. विपक्षी एकजुटता को लेकर आने वाले समय में चेहरा और विचारधारा दोनों तय हो जाएगी."- इसराइल मंसूरी, मंत्री, बिहार सरकार
12 जून को बैठक: दरअसल बिहार के सीएम के काफी प्रयासों के बाद विपक्षी दलों के कई नेताओं से मुलाकात को लेकर विपक्षी एकजुटता के लिए बैठक करने को लेकर सहमति बनी है. 12 जून को पटना में बैठक होने वाली है. लेकिन विपक्ष का चेहरा कौन होगा? इसको लेकर एक राय नहीं बन सकी है. बीजेपी बार-बार इस मुद्दे को उठा रही है और पूछ रही है कि 2024 में विपक्ष की तरफ से पीएम का चेहरा कौन होगा?