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शराबबंदी पर HC की फटकार के बाद सफाई दे रहे मंत्री, बोले- विभाग कर रहा काम

बिहार सरकार के विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने सफाई देते हुए कहा कि सामान्य प्रशासन कई विभागों के साथ बैठक कर इस मामले पर गंभीरता से काम कर रहा है. वहीं, श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा है कि ऐसे कुछ मामलों का निष्पादन थाना स्तर पर ही किया जाना चाहिए.

नरेंद्र नारायण यादव और विजय सिन्हा
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Published : Nov 22, 2019, 6:16 PM IST

पटना: बिहार की अदालतों में बड़े पैमाने पर शराबबंदी से जुड़े मामले लंबित हैं. इसपर पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है. कोर्ट ने मुख्य सचिव को उपस्थित होकर जवाब देने के लिए कहा है. हाई कोर्ट की फटकार और चिंता के बाद मंत्री बचाव में बयान देते नजर आ रहे हैं.

बिहार सरकार के विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने सफाई देते हुए कहा कि सामान्य प्रशासन कई विभागों के साथ बैठक कर इस मामले पर गंभीरता से काम कर रहा है. जल्द ही निपटारा होगा. सरकारी तंत्र समस्याओं को लेकर चिंतित है. वहीं, श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा है कि ऐसे कुछ मामलों का निष्पादन थाना स्तर पर ही किया जाना चाहिए. लेकिन, जागरुकता की कमी है .

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

पटना हाई कोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार
बता दें कि राज्य की अदालतों में बड़े पैमाने पर शराबबन्दी के लंबित मामले पर सुनवाई करते हुए पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब-तलब किया है. चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने मामले पर सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव को यह बताने को कहा कि इन मामलों के निपटारे के लिए क्या कार्रवाई की जा रही है. कोर्ट ने जानना चाहा कि शराबबन्दी के मामले को निपटाने के जजों, कोर्ट व बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए क्या कार्रवाई हो रही है.

यह भी पढ़ें: शराबबंदी के 2 लाख 36 हजार मामलों का नहीं हुआ निपटारा, HC ने बिहार सरकार से मांगा जवाब

अगली सुनवाई 4 दिसंबर को
हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई 4 दिसंबर को तय की है. बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से 2,00,000 मामले पूरे राज्य की अदालतों में सुनवाई के लिए लंबित हो गए हैं. इस कारण कोर्ट भी परेशान है. इसी चिंता को लेकर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने शुक्रवार को सरकार को फटकार लगाई.

पटना: बिहार की अदालतों में बड़े पैमाने पर शराबबंदी से जुड़े मामले लंबित हैं. इसपर पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है. कोर्ट ने मुख्य सचिव को उपस्थित होकर जवाब देने के लिए कहा है. हाई कोर्ट की फटकार और चिंता के बाद मंत्री बचाव में बयान देते नजर आ रहे हैं.

बिहार सरकार के विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने सफाई देते हुए कहा कि सामान्य प्रशासन कई विभागों के साथ बैठक कर इस मामले पर गंभीरता से काम कर रहा है. जल्द ही निपटारा होगा. सरकारी तंत्र समस्याओं को लेकर चिंतित है. वहीं, श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा है कि ऐसे कुछ मामलों का निष्पादन थाना स्तर पर ही किया जाना चाहिए. लेकिन, जागरुकता की कमी है .

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

पटना हाई कोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार
बता दें कि राज्य की अदालतों में बड़े पैमाने पर शराबबन्दी के लंबित मामले पर सुनवाई करते हुए पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब-तलब किया है. चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने मामले पर सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव को यह बताने को कहा कि इन मामलों के निपटारे के लिए क्या कार्रवाई की जा रही है. कोर्ट ने जानना चाहा कि शराबबन्दी के मामले को निपटाने के जजों, कोर्ट व बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए क्या कार्रवाई हो रही है.

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अगली सुनवाई 4 दिसंबर को
हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई 4 दिसंबर को तय की है. बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से 2,00,000 मामले पूरे राज्य की अदालतों में सुनवाई के लिए लंबित हो गए हैं. इस कारण कोर्ट भी परेशान है. इसी चिंता को लेकर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने शुक्रवार को सरकार को फटकार लगाई.

Intro:पटना-- बिहार की अदालतों में बड़े पैमाने पर शराबबंदी केसेज लंबित होने पर पटना हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव को उपस्थित होकर मामले के निपटारा के लिए सरकार क्या कर रही है बताने को कहा है हाईकोर्ट की फटकार और चिंता के बाद बिहार सरकार के विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने सफाई दी कहा सामान्य प्रशासन कई विभागों के साथ बैठक कर इस मामले पर गंभीरता से काम कर रहा है वही श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कुछ मामले को थाना स्तर पर भी सलटाया जा सकता है लेकिन जागरूकता की कमी है और हाईकोर्ट ने चिंता जाहिर की है तो सरकार इसे गंभीरता से लेगी।


Body:बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद पटना हाईकोर्ट सहित प्रदेश के सभी अदालतों में देशों का अंबार लग गया है। शराबबंदी मामलों पर पटना हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव को तलब किया है और पूरी रिपोर्ट मांगी है कि सरकार शराबबंदी मामले के निपटाने के लिए क्या करवाई करने जा रही है हाईकोर्ट के नाराजगी पर बिहार सरकार के विधि मंत्री नरेंद्र यादव ने कहा सरकार गंभीर है और सामान्य प्रशासन विभाग लगातार इसको लेकर बैठक कर रहा है और विभागों के साथ भी इस पर बैठक कर इसके समाधान का प्रयास हो रहा है।
बाईट--नरेंद्र नारायण यादव, विधि मंत्री
हाईकोर्ट की चिंता पर श्रम संसाधन मंत्री ने भी कहा कि मामला गंभीर है और सरकार भी इसे गंभीरता से ले रही है । जागरूकता के अभाव में मामले बढ़ रहे हैं लेकिन कुछ मामलों को थाना पर हटाया जा सकता है ।
बाईट--विजय सिन्हा, श्रम संसाधन मंत्री।


Conclusion: हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई 4 दिसंबर को तय किया है अब देखना है मुख्य सचिव के स्तर से हाई कोर्ट को क्या कुछ बताया जाता है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से 200000 मामले पूरे राज्य की अदालतों में सुनवाई के लिए लंबित हो गए हैं और इसके कारण कोर्ट भी हलकान है और इसी चिंता को लेकर आज हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सरकार को फटकार लगाई है और क्या उपाय करने जा रही है सरकार उसको लेकर मुख्य सचिव को उपस्थित होकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है ।
अविनाश, पटना।
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