पटनाः आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है, लेकिन ये योजना प्रदेश के सबसे बडे़ अस्पताल पीएमसीएच में काफी सुस्त रफ्तार से चल रही है. योजना को गति देने के लिए पीएमसीएच में अधीक्षक विमल कारक के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया. इसमें योजना के लाभार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी को लेकर चर्चा की गई.
इस मौके पर ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए पीएमसीएच के अधीक्षक विमल कारक ने बताया कि यहां 100 नर्स इस योजना की इंचार्ज हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर को इस योजना की कार्यशैली के बारे में जानकारी नहीं है, जिस वजह से इसमें अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिल पा रही है.
पीएमसीएच अधीक्षक के साथ बातचीत के प्रमुख अंशः-
सवाल- इस बैठक में किन अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई?
जवाब- बैठक में आयुष्मान भारत योजना की सफलता को लेकर चर्चा की गई. पीएमसीएच में इस योजाना की काफी सुस्त रफ्तार है. जिसको लेकर योजना के इंचार्ज और अधिकारियों के साथ चर्चा की गई.
सवाल- इस योजना को लेकर पीएमसीएच में कितने कर्मी कार्यरत है?
जवाब- यह योजना भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है, इसको लेकर अस्पताल में 100 नर्स को इंचार्ज बनाया गया है. लेकिन उनमें से ज्यदातर को इस योजना की कार्यशैली के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. जिस वजह से बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के अधिकारियों के साथ समन्वय कर इंचार्ज को ट्रेंड किया जा रहा है.
सवाल- पीएमसीएच की ओर से अब तक इस योजना अंतर्गत क्या कार्य किए गए है.
जवाब- डॉ विमल कारक ने कहा कि पीएमसीएच में मात्र 2 आयुष्मान मित्र हैं, जिस वजह से योजना कार्य में रफ्तार नहीं आ पा रही है. इसलिए अस्पताल से 14 प्रबंधक को चिन्हित किया गया है. वे अब आयुष्मान मित्र के रूप में अपना योगदान देंगें.
सवाल- योजना के लाभार्थियों को समय पर लाभ मिले इसके लिए क्या रूपरेखा तैयार की गई है?
जवाब- इस योजना के लाभार्थियों को समय पर लाभ मिले इसके लिए अस्पताल प्रबंधकों को कार्य पर लगाया गया है. लाभार्थियों को समय लाभ मिले इसके लिए संबंधित कर्मियों की जिम्मेवारी तय की गई है. साथ ही समय-समय पर इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी.
सवाल- पीएमसीएच से कितने लाभार्थियों को लाभ मिल चुका है?
जवाब- इस योजना के 15 माह से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन वर्तमान समय तक इस योजना में पीएमसीएच से मात्र 874 लाभार्थियों को लाभ मिल पाया है. जो एक सोचने वाली बात है.
सवाल- वर्तमान समय में आयुष्मान भारत योजना क्रियान्वयन में पीएमसीएच सबसे नीचे है, इसके लिए क्या कार्य किए जा रहे है?
जवाब- हेल्थ मैनेजर से आयुष्मान मित्र के तौर पर अतिरिक्त कार्य लिया जाएगा. पटना आईजीआईएमएस में इस योजना को लेकर काफी अच्छे परिणाम आए है. पीएमसीएच से अधिकारियों को आईजीआईएमएस में कार्यशैली के देखने के लिए भेजा जा रहा है. इस मामले में आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट मनीष मंडल बात भी की गई है.
सवाल- इस योजना को लेकर भविष्य की क्या रूपरेखा है?
जवाब- आयुष्मान भारत योजना को पीएमसीएच में और गति देने के लिए बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सेक्रेटरी डॉ लोकेश कुमार काफी मदद की है. स्वास्थ्य समिति के डॉक्टरों ने योजना इंचार्ज को काफी अच्छी ट्रेनिंग दी है. आने वाले दिनों में इसके परिणाम देखने को मिलेंगे.
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
आयुष्मान भारत योजना पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर से देशभर में लागू की गई थी. इस योजना के माध्यम से गरीब, उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है. इस योजना का लाभ सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के हिसाब से दिया जा रहा है. योजना के तहत देश में 50 करोड़ लाभार्थियों को कवर करने का अनुमान है. योजना के तहत प्रति वर्ष 5 लाख रुपये के मूल्य के लिए माध्यमिक और तृतीयक स्थर पर अस्पताल में देखभाल के लिए देने का प्रावधान है.