ETV Bharat / state

बोले मदन मोहन झा- CAA के मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं प्रधानमंत्री - मदन मोहन झा प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस

पूर्व निदेशक डीएन दिवाकर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र के मूल्यों का कोई महत्व केंद्र सरकार के लिए नहीं बचा है. वर्तमान सरकार अपने मंसूबों को भारत की जनता पर थोप रही है.

पटना
पटना
author img

By

Published : Jan 12, 2020, 4:59 PM IST

पटना: सीएए पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद विपक्ष की ओर से लगातार हमला जारी है. वहीं, इस मसले पर कानून के जानकार भी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को झूठा बता रहे हैं. विपक्ष और जानकारों का कहना है कि देश की जनता सब जानती है. सही वक्त पर उनको जबाव मिलेगा.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री कई बार अलग-अलग बयान दे चुके हैं. प्रधानमंत्री ने अपने पहले के बयान में क्या कुछ कहा उन्हें खुद सुनना चाहिए. वो देश की जनता को समझाने की बात कह रहे हैं जो कि बिल्कुल बेमानी है.

पेश है रिपोर्ट

'जनता पर सरकार थोप रही है अपनी मंसूबा'
इस मसले पर जानकार और एएन सिन्हा शोध संस्थान के प्रोफेसर और पूर्व निदेशक डीएन दिवाकर ने भी सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के लिए लोकतंत्र के मूल्यों का कोई महत्व नहीं बचा है. वर्तमान सरकार अपने मंसूबों को भारत की जनता पर थोप रही है. जिस कानून का विरोध जनता करती है, उसको लेकर केंद्र सरकार कहती है कि जनता को भड़काया जा रहा है. सरकार का यह रवैया बिल्कुल गलत है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सबसे पहले आसाम की जनता को समझाना चाहिए. क्योंकि एनआरसी को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी आसाम से ही शुरू हुई है.

पटना: सीएए पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद विपक्ष की ओर से लगातार हमला जारी है. वहीं, इस मसले पर कानून के जानकार भी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को झूठा बता रहे हैं. विपक्ष और जानकारों का कहना है कि देश की जनता सब जानती है. सही वक्त पर उनको जबाव मिलेगा.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री कई बार अलग-अलग बयान दे चुके हैं. प्रधानमंत्री ने अपने पहले के बयान में क्या कुछ कहा उन्हें खुद सुनना चाहिए. वो देश की जनता को समझाने की बात कह रहे हैं जो कि बिल्कुल बेमानी है.

पेश है रिपोर्ट

'जनता पर सरकार थोप रही है अपनी मंसूबा'
इस मसले पर जानकार और एएन सिन्हा शोध संस्थान के प्रोफेसर और पूर्व निदेशक डीएन दिवाकर ने भी सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के लिए लोकतंत्र के मूल्यों का कोई महत्व नहीं बचा है. वर्तमान सरकार अपने मंसूबों को भारत की जनता पर थोप रही है. जिस कानून का विरोध जनता करती है, उसको लेकर केंद्र सरकार कहती है कि जनता को भड़काया जा रहा है. सरकार का यह रवैया बिल्कुल गलत है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सबसे पहले आसाम की जनता को समझाना चाहिए. क्योंकि एनआरसी को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी आसाम से ही शुरू हुई है.

Intro:सब हेड...
सीएए के मसले पर प्रधानमंत्री के बयान के बाद विपक्ष और जानकार मैं पीएम पर किया हमला। क्या देश के सभी लोग नासमझ है ?

नागरिकता संशोधन कानून पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद एक बार फिर केंद्र सरकार और खास तौर पर प्रधानमंत्री केंद्र में है। प्रधानमंत्री ने कोलकाता दौरे के दौरान कहा कि सीएए के मसले पर कुछ लोग युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं।
उनके भ्रम को केंद्र सरकार दूर करेगी। वहीं इस मसले पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सवाल को नजरअंदाज कर दिए प्रधानमंत्री।
भ्रमित करने वाले बयान के बाद एक बार फिर विपक्ष और कानून के जानकार केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री को झूठा बता रहे हैं।


Body: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा कहते हैं कि इसी मुद्दे पर प्रधानमंत्री कई बार अलग-अलग बयान दे चुके हैं। झाबक नागरिकता संशोधन कानून या एनआरसी का सवाल है तो प्रधानमंत्री ने अपने पूर्व के बयान में क्या कुछ कहा उन्हें सुनना चाहिए। वहीं अब देश की जनता को समझाने की बात कह रहे हैं जो बिल्कुल बेमानी है। झा कहते हैं कि देश की जनता हर चीज समझ रही है और सही वक्त आने पर वह अपना निर्णय भी सुना देगी।

इस मसले पर जानकार एवं अनुग्रह नारायण सिन्हा शोध संस्थान के प्रोफ़ेसर व पूर्व निदेशक डीएन दिवाकर कहते हैं कि लोकतंत्र के मूल्यों का कोई महत्व केंद्र सरकार के लिए नहीं बचा है। वर्तमान सरकार अपने मंसूबों को भारत की जनता पर थोप रही है। जिस कानून का विरोध जनता करती है तो उसमें किन सरकार कहती है कि उन्हें भड़काया जा रहा है। सरकार का यह रवैया बिल्कुल गलत है।


Conclusion:दिवाकर चीन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहते हैं कि देश की जनता नासमझ है ? केंद्र सरकार को सबसे पहले आसाम की जनता को समझाना चाहिए, क्योंकि एनआरसी को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी आसाम से ही शुरू हुई। सोलह सौ करोड़ रुपए खर्च करके छह करोड़ जनता का एनआरसी किया गया और नतीजा सबके सामने है।
प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के रवैए से जनता पूरी तरह परेशान हो चुकी है। आज बुनियादी मुद्दे गायब हो चुके हैं। मसलन बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य के बेहतरी के लिए सरकार क्या कुछ कर रही है यह मुद्दा अब कहीं नहीं उठता। नागरिकता संशोधन कानून राशि और एनपीआर जैसे मुद्दों पर पूरे देश को उलझाया गया है।
दिवाकर कहते हैं कि एक बार अंग्रेजों ने धर्म के आधार पर जनगणना की थी, जिसका परिणाम हुआ कि हिंदुस्तान के दो टुकड़े हो गए और पाकिस्तान बन गया। वर्तमान सरकार भी धर्म के नाम पर देश को बांटना चाहती है। वर्तमान सरकार और और अंग्रेजो में कोई फर्क नहीं बचा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.