पटना: सीएए पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद विपक्ष की ओर से लगातार हमला जारी है. वहीं, इस मसले पर कानून के जानकार भी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को झूठा बता रहे हैं. विपक्ष और जानकारों का कहना है कि देश की जनता सब जानती है. सही वक्त पर उनको जबाव मिलेगा.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री कई बार अलग-अलग बयान दे चुके हैं. प्रधानमंत्री ने अपने पहले के बयान में क्या कुछ कहा उन्हें खुद सुनना चाहिए. वो देश की जनता को समझाने की बात कह रहे हैं जो कि बिल्कुल बेमानी है.
'जनता पर सरकार थोप रही है अपनी मंसूबा'
इस मसले पर जानकार और एएन सिन्हा शोध संस्थान के प्रोफेसर और पूर्व निदेशक डीएन दिवाकर ने भी सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के लिए लोकतंत्र के मूल्यों का कोई महत्व नहीं बचा है. वर्तमान सरकार अपने मंसूबों को भारत की जनता पर थोप रही है. जिस कानून का विरोध जनता करती है, उसको लेकर केंद्र सरकार कहती है कि जनता को भड़काया जा रहा है. सरकार का यह रवैया बिल्कुल गलत है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सबसे पहले आसाम की जनता को समझाना चाहिए. क्योंकि एनआरसी को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी आसाम से ही शुरू हुई है.