पटना: स्वतंत्रता दिवस के झंडोत्तोलन के 4 दिन शेष रह गए है. लेकिन जिले से सटे बिक्रम प्रखंड के बिक्रम नगर के बाजार चौक के पास सरकारी मुलाजीमो का राह देखता शहीद स्मारक गन्दगी और कचरा के अंबार से भरा हुआ है.वहीं दूसरी ओर सरकारी संस्थानों पर झंडोत्तोलन के लिए किये गए कार्यक्रम सूची में शहीद स्मारक और गांधी आश्रम को शामिल नही किया गया है.
अगस्त क्रांति में हुए थे शहीद
शहीद स्मारक पटना जिला के बिक्रम नगर जिसे स्वतंत्रता आंदोलन के अगस्त क्रांति (1942) में 17 अगस्त को तिरंगा फहराने के दौरान तीन वीर पुत्र शहीद हुए थे. जिसमें रंगनाथ सिंह, त्रिबेनी सिंह, बूटाई राम शहीद हो गए थे. बिक्रम इलाके के समाजसेवियों के सहयोग से इनकी याद में स्मारक का निर्माण कराया गया था.
अधिकारी नहीं ले रहे सुध
अरुण कुमार शहीद स्मारक विकास समिति सचिव ने बताया की धरोहर सरकारी मुलाजीमो के घोर उपेक्षा और गन्दगी की अम्बार से जर्जर हो गया है. स्थानीय लोग अधिकारियों से शिकायत कर चुके है. लेकिन कोई भी इसकी सुध लेने वाला नही है.
महात्मा गांधी ने आश्रम की रखी नींव
बिक्रम में 1921 में महात्मा गांधी ने आश्रम की नींव रखी थी. इसी गांधी आश्रम से निकल कर इन तीन वीर पुत्रो की17 अगस्त1942 को शहादत हुई थी. समाजसेवीयो के सहयोग से शहीद स्मारक के दिन वीर सपूतों को याद किया जाता है.