पटना: कोरोना कहर में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ठप पड़ी है. नए सत्र की पढ़ाई शुरू होने के इंतजार में 3 माह बीत गए. शिक्षा विभाग और शिक्षण संस्थान की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई तो शुरु की गई, लेकिन ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करने में छात्रों को काफी समस्या हो रही है.
बिहार के प्रतिष्ठित पटना विश्वविद्यालय में ऑनलाइन पढ़ाई में कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. ऑनलाइन क्लासेज में छात्रों का अटेंडेंस सत प्रतिशत नहीं रह रहा है और यह लगभग 60% रह रहा है. इस कारण विश्वविद्यालय प्रबंधन ऑनलाइन क्लासेज को लेकर चिंता जता रहा है. नेट की स्पीड और कनेक्टिविटी की समस्या लगातार बनी हुई है और कई छात्र इसी बात की शिकायत कर रहे हैं. इसके अलावे ऑनलाइन क्लासेज में सिलेबस कई बार रिवीजन भी हो चुका है. ऐसे में छात्र ऑनलाइन क्लासेज में दिलचस्पी कम ले रहे हैं.
ऑनलाइन क्लासेज में अटेंडेंस की समस्या
पटना विवि के रजिस्ट्रार डॉ. मनोज मिश्रा ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेज में छात्रों की अटेंडेंस की समस्या लगातार बनी हुई. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जैसे अभी सभी छात्र अपने घर में है. तो ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि अटेंडेंस शत प्रतिशत रहेगा. लेकिन अभी भी नेट की संबंधित समस्याएं छात्रों की ओर से आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अभी के समय में इंटरनेट हर गांव में मौजूद है. ऐसे में हो सकता है छात्र ऑनलाइन क्लासेज ना करने को लेकर बहाना भी बना रहे हो और यह भी हो सकता है कि छात्रों को सचमुच इंटरनेट के स्पीड संबंधित समस्याएं हो.
कई बार हो चुका है सिलेबस रिपीट
डॉ. मनोज मिश्रा ने बताया कि इसके अलावा एक और नई समस्या यह है कि जब ऑनलाइन क्लासेज विश्वविद्यालय ने शुरू किया गया था. तब से सभी कक्षाओं का सिलेबस काफी कम बचा हुआ था और परीक्षा लेने में लगातार विलंब हो रहा है. इस कारण ऑनलाइन क्लासेज में सिलेबस कई बार रिपीट किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की समस्या यह है कि बिना परीक्षा लिए छात्रों को वह अगले कक्षाओं की पढ़ाई नहीं शुरु करा सकते और यह भी एक कारण हो सकता है कि छात्र ऑनलाइन पढ़ाई में एक ही चीज पढ़ कर बोर हो गए हो.
विवि के रजिस्ट्रार डॉ मनोज मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से राजभवन में एक पत्र भेजा गया है और पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि जब तक परीक्षाएं नहीं लिए जा रहे हैं. तब तक के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रोबेशनरी प्रमोशन देकर अगले कक्षाओं की पढ़ाई शुरू करा दी जाए. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए पत्र में यह भी अंकित किया गया है कि स्थिति सामान्य होने पर पिछली कक्षाओं की परीक्षाएं आयोजित करा लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर राजभवन से अनुमति मिल जाती है. तो हम ऑनलाइन क्लासेज में छात्रों के लिए नई चीजें ला सकते हैं.