राज्यसभा में, खड़गे ने महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा उठाया और मरने वालों की संख्या मांगी. राज्यसभा के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में महाकुंभ भगदड़ की समस्या को उठाया और दावा किया कि इस आयोजन में कई लोग मारे गए थे. उन्होंने प्रशासन से मरने वालों की 'सटीक' रिपोर्ट भी मांगी.
राज्यसभा में एक बार फिर उपराष्ट्रपति और सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. बहस तब शुरू हुई जब विपक्ष के नेता खड़गे ने महाकुंभ के दौरान हुई दुखद भगदड़ पर चिंता जताई और सरकार से हताहतों की संख्या पर सवाल किया.
सोमवार को राज्यसभा में बोलते हुए, खड़गे ने दावा किया कि महाकुंभ त्रासदी में हजारों लोगों की जान चली गई. उन्होंने आगे कहा कि अगर यह गलत है, तो आप मुझे बताइए... यह मेरा अनुमान है. अगर यह सच नहीं है, तो कृपया वास्तविक संख्या स्पष्ट करें. बड़ी संख्या में लोग बिना किसी कारण के मर गए हैं.
धनखड़ ने हस्तक्षेप किया, खड़गे के दावों पर सवाल उठाए उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने तुरंत खड़गे को टोका और उनके बयान को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन जी, आप 1,000 का आंकड़ा उद्धृत कर रहे हैं. क्या आपको पता भी है कि आप क्या कह रहे हैं? ऐसे बयान से कितने लोगों को ठेस पहुंचेगी?
हालांकि, खड़गे ने अपनी बात पर अड़े रहे और जवाब दिया कि तो हमें बताएं कि वास्तव में कितने लोग मारे गए हैं... सच्चाई क्या है? कम से कम सटीक जानकारी तो दें. अगर मैं गलत हूं, तो मैं माफी मांगूंगा.
खड़गे के बयान से धनखड़ स्पष्ट रूप से नाराज दिखे और कहा कि यह किस तरह की बात है? इससे दुनिया को क्या संदेश जाएगा? उनकी टिप्पणी से सदन में और हंगामा हुआ.