पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए महागठबंधन की ओर से आरजेडी समर्थित उम्मीदवार खड़ा किया गया है. महागठबंधन ने अवध बिहारी चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसको लेकर राबड़ी आवास में महागठबंधन के विधायकों की बैठक हुई. बैठक के बाद राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा मीडिया से मुखातिब हुए.
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए मनोज झा ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में जनता का संदेश है कि बदलाव शुरू किया जाए इसीलिए महागठबंधन ने इस बार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए साझा उम्मीदवार के रूप में अवध बिहारी चौधरी को नामांकन करवाया है. इसी को लेकर मंगलवार को महागठबंधन के विधायकों की बैठक हुई है.
विधायकों से अपील
मनोज झा ने कहा कि सरकार तो एनडीए के लोगों ने बना ली है लेकिन सरोकार निभाने के लिए जनता निश्चित तौर पर हमें जनादेश मिला है और हम चाहते हैं कि इस बार बड़ा बदलाव हो. विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव महागठबंधन जीते. उन्होंने कहा कि हम विधायकों से भी अपील करेंगे कि अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनते हुए वह वोटिंग करें.
अवध बिहारी पर दर्ज मुकदमे पर दी प्रतिक्रिया
मनोज झा ने दावा किया कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए महागठबंधन के उम्मीदवार सबसे योग्य है और उन्हें काफी अनुभव है. साथ ही वो बेदाग छवि के भी हैं. जब उनसे सवाल किया गया कि अवध बिहारी चौधरी ने अपने हलफनामे में अपने ऊपर मुकदमा होने की बात कही है तो मनोज झा ने कहा कि अनुसंधान का विषय है. और दाग ढूंढने निकलेंगे तो एक एक अणे मार्ग भी नहीं बचेगा.
क्यों नहीं आए वामदलों के विधायक?
महागठबंधन की बैठक में वामदलों के विधायकों की अनुपस्थिति के सवाल पर मनोज झा ने कहा कि पहले से ही भाकपा माले दल की एक जरूरी बैठक चल रही थी और यही कारण रहा कि माले की विधायक इस बैठक में नहीं आ सके. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष पद का जो चुनाव होना है, उसमें पूरी तरह से माले महागठबंधन के साथ है.