पटना: बिहार में पटना नगर निगम में कर्मचारियों को लेकर एक बड़े घोटाले को सशक्त स्थाई समिति के द्वारा सामने लाया गया है. दरअसल पटना नगर निगम में सशक्त स्थाई समिति ने तमाम अंचलों में कार्यरत कर्मचारियों की स्थापना सूची मंगाई और उस सूची में कई तरह की गड़बड़ियां (manipulation in list of outsourced staff) पाई गई है. दैनिक कर्मचारी, स्थाई कर्मचारी और आउटसोर्स कर्मचारियों के संख्या में गड़बड़ी की गई है. इस गड़बड़ी से एक बड़े घोटाले का संकेत मिल रहा है.
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अंचलों से मंगाई गई कर्मचारियों की सूची: कई अंचलों की स्थापना सूची में कर्मचारियों की संख्या को नहीं दिखाया गया है. सशक्त स्थायी समिति के सदस्य आशीष सिन्हा ने बताया कि निगम प्रसाशन सशक्त स्थायी समिति को दिग्भ्रमित कर रहा है और कर्मचारियों की संख्या में हेरफेर से एक बड़े घोटाले कि बात सामने आ सकती है. सशक्त स्थाई समिति के सदस्य आशीष सिन्हा ने कहा कि स्थाई समिति द्वारा लगातार ये कहा जा रहा था कि कर्मियों के आंकड़े और उनके भुगतान में गड़बड़ी हो रही है. इसके बाद सदस्यों ने इसकी शिकायत नगर आयुक्त से की थी.
"स्थाई समिति द्वारा लगातार ये कहा जा रहा था कि कर्मियों के आंकड़े और उनके भुगतान में गड़बड़ी हो रही है. इसके बाद सदस्यों ने इसकी शिकायत नगर आयुक्त से की थी.नगर आयुक्त ने पटना नगर निगम के सभी 6 अंचलों से कर्मियों की सूची मांगी और जब सभी 6 अंचलों द्वारा सूची आयुक्त को सौंपी गई, तो उस सूची में दैनिक और स्थाई कर्मियों के नाम शामिल हैं. परंतु ऐसे आउटसाइडर सोर्सेज जिनकी उपस्थिति दिखा कर लगातार सभी 6 अंचल पैसा प्रति माह ले रहे हैं. उनका नाम उस सूची में उपस्थित नहीं था" -आशीष सिन्हा सशक्त स्थायी समिति सदस्य
आउटसोर्स कर्मियों का नाम सूची में शामिल नहींः नगर आयुक्त ने पटना नगर निगम के सभी 6 अंचलों से कर्मियों की सूची मांगी और जब सभी 6 अंचलों द्वारा सूची आयुक्त को सौंपी गई, तो उस सूची में दैनिक और स्थाई कर्मियों के नाम शामिल हैं. परंतु ऐसे आउटसाइडर सोर्सेज जिनकी उपस्थिति दिखा कर लगातार सभी 6 अंचल पैसा प्रति माह ले रहे हैं. उनका नाम उस सूची में उपस्थित नहीं था. सशक्त स्थाई समिति के सदस्य अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि उनलोगों ने ये धांधली करने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
''इसकी जांच चल रही है. अगर आरोप सिद्ध साबित होते हैं तो जो भी आरोपी हैं उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.''- अनिषमेश कुमार पराशर, पटना नगर आयुक्त