पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं का पार्टियों में पाले बदलने का खेल शुरु हो गया है. इस बीच मनेर विधायक राजद वीरेंद्र की मुश्किलें बढ़ गई है. इसके खुद राजद कार्यकर्ताओं ने विरोध के स्वर उठाना शुरु कर दिया है. वही कार्यकर्ताओं का कहना है कि विधायक वीरेंद्र केवल अपना विकास करते आए है. क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया है.
मनेर विधायक का विरोध शुरु
राजधानी पटना से सटे मनेर विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक का विरोध खुद उनके पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे हैं. इसी को लेकर मनेर विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड समिति की बैठक बुलाई गई. जिसकी अध्यक्षता पटना जिलाध्यक्ष देवमुनि सिंह यादव ने किया.वही बैठक में राजद विधायक को दुबारा उम्मीदवार ना बनाये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि स्थानीय विधायक वीरेंद्र जनता का नहीं अपना विकास कर रहे हैं. उन्होंने मनेर के लिए 10 सालों से कुछ भी नहीं किया.
विधायक पर लगा गंभीर आरोप
वही कार्यकर्ताओं ने उनके ऊपर विकास कार्यो में कमीशनखोरी,भष्ट्रचार जैसे कई गंभीर आरोप लगाए. कार्यकर्ताओं का कहना था कि भाई वीरेंद्र उन लोगों की कद्र नहीं करते जिनका उनका लालू यादव या राजद से कोई मतलब नहीं है. वे सिर्फ अपना विकास करना जानते हैं. ऐसा में इस बार विधानसभा चुनाव में विधायक वीरेंद्र की मुश्किलें बढ़ने वाली है. जिस तरह से पार्टी के मनेर विधानसभा के कार्यकर्ता ही इनका विरोध करना शुरू कर दिए हैं.
कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
बता दें कि मनेर विधानसभा क्षेत्र पिछले 15 सालों से राजद के खेमे में रहा है. भाई वीरेंद्र इसके विधायक बनते आए हैं, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में कुछ अलग ही मिजाज देखने को मिला रहा है. मनेर विधानसभा क्षेत्र राजद के पार्टी की इसका अब विरोध करना शुरू कर दिया है.
विधायक बदलने की मांग
वहीं, इस बैठक में पहुंचे राजद के पटना जिलाध्यक्ष देवमुनि सिंह यादव ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के नीतियों पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं ने उन्हें बुला कर कहा है कि वे पार्टी के आलाकमान को मनेर से राजद का उम्मीदवार बदलने की बात करें. जिसको लेकर अब इस बात को राजद के प्रदेश अध्यक्ष और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से बात की जाएगी.