पटना : नगर निगम के 8 हजार सफाई कर्मी अपने विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार से हड़ताल पर हैं. हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को पूरे शहर में कूड़ों का अंबार दिख रहा हैं. हड़तालियों की अधिकारियों के साथ कोई वार्ती नहीं हुई हैं. इस पर निगम प्रशासन पूरी तरह चुप्पी साध लिया है.
दो दिनों से कूड़ा नहीं उठने के कारण कूड़ा स्थल बजबजाने लगा है. वहां से गुजरना मुहाल हो गया है. सब्जी मंडियों, बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर कचरा पसरा हुआ है. हड़ताल के कारण गुरुवार को 984 मीट्रिक टन कूड़े का उठाव नहीं हुआ.
29 सितंबर को अगली सुनवाई
पटना नगर निगम के हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को लेकर पटना हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उन्हें तत्काल हड़ताल खत्म करने का आदेश दिया है. चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने मामले पर सुनवाई करते हुए सभी हड़ताली कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर तैनात होने का निर्देश दिया. उन्हें ये कोर्ट ने निर्देश दिया कि वे शहर से कूड़ा कचरा हटाने का काम तत्काल प्रारंभ करें. वहीं, इस मामले पर अगली सुनवाई 29 सितंबर को होगी.
आइये अब जातने हैं सफाईकर्मियों की मुख्य क्या क्या मांगे हैं :-
1. निगम में आउटसोर्सिंग बहाली की नियमावली को वापस ले सरकार
2. दैनिक मजदूरों को नियमित करने की मांग
3. दैनिक मजदूरों को मिले न्यूनतम वेतन
4. निगम के प्रभारी कर्मियों का उसी पद पर समायोजन
5. संपूर्ण बकाए वेतन का जल्द हो भुगतान
6. अविलंब प्रकाशित हो दैनिक मजदूरों की वरीयता सूची
7. कोविड-19 प्रोत्साहन राशि कम से कम 10000 रुपये मिले
8. शीघ्र शुरू हो सफाईकर्मियों की अनुकंपा पर बहाली
9. श्रम कानूनों के अंतर्गत सफाईकर्मियों को मिले सभी सुविधाएं
10. आउटसोर्स कंपनियों के जरिए निगम के खजाने की लूट बंद हो