नई दिल्ली/पटना: भारत चीन सीमा विवाद पर चर्चा करने के लिए पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक की. यह डिजिटल बैठक थी और करीब 3 घंटे तक चली. बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान भी शामिल हुए. उन्होंने भी अपनी तरफ से कई अहम सुझाव दिए.
चिराग पासवान ने चीन की ओर से की गई हरकत पर कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि चीन की नियत में सदैव खोट रहा है. एलजेपी अध्यक्ष ने बताया कि एक तरफ जहां विश्व के अधिकांश देश मौजूदा कोरोना महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार मानते हैं. वहीं ऐसे समय से भारत में घुसपैठ करने का प्रयास चीन की खराब नियत को दर्शाता है.
'भारत सरकार के खड़ी एलजेपी'
चिराग पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार के हर निर्णय के साथ हम लोग खड़े हैं. सभी को एकजुट करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को आपदा को अवसर में बदलना आता है. चिराग पासवान ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि यकीनन भारत युद्ध में नहीं बुद्ध में विश्वास रखता है. लेकिन जब कभी राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी ने आंख दिखाई तो हमारे प्रधानमंत्री ने उसको उसी की भाषा में जबाव दिया है.
'अनावश्यक वस्तुओं के आयात पर लगाए रोक'
एलजेपी के अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी की तरफ से उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि चीन से हो रहे अनावश्यक वस्तुओं के आयात पर रोक लगाने की जरूरत है. ऐसा करने से न सिर्फ भारत के आत्मनिर्भय बनने के सपने को बल मिलेगा. साथ ही चीन पर भी एक बल आर्थिक प्रहार होगा.
20 भारतीय जवान शहीद
बता दें एलएसी पर भारत और चीन में झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए हैं. जानकारी के मुताबिक 40 ज्यादा चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबर है. वहीं, बिहार के पांच जवान शहीद हुए हैं. 1962 के बाद अब भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद चरम पर है.