पटना: एक तरफ पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को लेकर नमन कर रहा है. वहीं, दूसरी तरफ केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए नए कानून सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर वामदलों ने गांधी मैदान में स्थित गांधी प्रतिमा के नीचे एकजुटता दिखाते हुए एकदिवसीय सत्याग्रह किया. इस सत्याग्रह में वामदलों के साथ आरएलएसपी के नेता भी मौजूद रहे.
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में वाम दल के नेता और महिलाएं मौजूद रहीं. वाम दलों के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार जब तक इस नए कानून को वापस नहीं ले लेती है, तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा.
सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध
भाकपा माले के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन कर रहा है. उनकी किए गए कार्यों को याद कर रहा है. लेकिन गांधी जी की हत्या जिन लोगों ने की थी, वही लोग सत्ता में बैठे हुए हैं और पूरे देश पर हुकूमत चला रहे हैं. सीएए, एनपीआर और एनआरसी उसी साजिश का एक हिस्सा है. इसलिए अब इस देश के संविधान को बचाना है. देश को बचाना है. इसके लिए हम लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं और सरकार की तरफ से लाए गए नए कानून का विरोध कर रहे हैं.
वामदलों का एकदिवसीय सत्याग्रह
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हम गांधी जी की पुण्यतिथि के दिन प्रतिमा के नीचे एकदिवसीय सत्याग्रह कर रहे हैं. हम लोगों की मांग है कि जब तक केंद्र सरकार इस नए कानून को वापस नहीं ले लेती, तब तक हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा. बता दें कि केंद्र सरकार ने जब से सीए कानून देशभर में लागू किया है. तब से इस कानून का लगातार विरोध हो रहा है. लगातार वाम दल इस कानून को लेकर कभी भारत बंद कभी मानव श्रृंखला, तो आज एकदिवसीय सत्याग्रह कर रहा है.