पटना: डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की जमानत रद्द नहीं होगी (Tejashwi Yadav bail will not be canceled). दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट के इस फैसले से जहां आरजेडी खेमा उत्साहित है, वहीं बीजेपी ने कहा कि हम न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Leader of Opposition Vijay Sinha) ने कहा कि हम न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन सवाल उन लोगों पर उठता है, जो विरोध में निर्णय आने पर कोर्ट के डिसीजन पर उंगली उठाते रहते हैं.
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"हम न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन सवाल उन पर उठता है जो न्यायालय के फैसले पर उंगली उठाते रहते हैं. जब फैसला उनके मुताबिक आता है तो वह न्यायालय के पक्ष में बयान देते हैं लेकिन जब फैसला उनके विरोध में जाता है, तब वह न्यायालय के खिलाफ बयान देने का काम करते हैं"- विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
तेजस्वी यादव की जमानत रद्द नहीं होगी: इससे पहले कोर्ट में सुनवाई के दौरान तेजस्वी यादव ने अपना जवाब दाखिल करते हुए कहा कि उन्होंने जमानत की किसी शर्त का उल्लंघन नहीं किया. लिहाजा बेल खारिज करने की सीबीआई की दलील का कोई मतलब नहीं है. वहीं, सीबीआई ने तेजस्वी की जमानत का विरोध किया. सीबीआई ने अपनी दलील में कहा कि तेजस्वी की धमकी से डर और चिंता का माहौल बना है. उन्होंने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीधे तौर पर जांच एजेंसी को प्रभावित करने की कोशिश की. ऐसे में उनकी जमानत को रद्द किया जाए.
'मेरी छवि खराब की जा रही'- तेजस्वी: कोर्ट में तेजस्वी यादव की ओर से कहा गया, 'अगर आपको लगता कि मैने सीबीआई के अधिकारियों को धमकाया है तो आईपीसी की धारा 506 की तहत एफआईआर क्यों नहीं दर्ज करते हैं?' तेजस्वी के वकील ने कोर्ट में कहा कि 24 अगस्त 2022 को बिहार में विश्वास प्रस्ताव होता है और बिहार में उसी दिन 20 जगह रेड होती है. सीबीआई के अधिकारी राबड़ी निवास जाते हैं. लोगों की भीड़ जमा रहती है. मेरी मां और भाई बाहर आते हैं और भीड़ को समझाते हैं और थप्पड़ मारते हैं कि सीबीआई के लोगों को अंदर आने दें और सीबीआई हम पर आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा कि छापेमारी कर ये नैरेटीव बनाया गया कि इन लोगों ने काफी पैसा बनाया है. मैं ईजी टारगेट हूं, क्योंकि मैं मौजूदा सरकार के साथ नहीं हूं. नीतीश कुमार 15 साल तक अच्छे थे, क्योंकि आप उनके साथ में सत्ता में थे?'