पटना: देश के नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा, लेकिन विपक्ष को यह मंजूर नहीं है. इसको लेकर विपक्ष पुरजोर विरोध कर रहा है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि हम लोग इस नए संसद भवन के उद्घाटन सत्र में शामिल नहीं होंगे.
बोले ललन सिंह- इतिहास बदलने का हो रहा प्रयास: ललन सिंह ने कहा कि संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया गया है. संसद भवन के उद्घाटन समारोह में हम लोग नहीं जाएंगे. क्योंकि बीजेपी, इतिहास को बदलने का प्रयास कर रही है और हम लोग इसके भागीदार नहीं बनेंगे. अगर बुलाना ही था तो राष्ट्रपति को बुलाना चाहिए था. संसद भवन का उद्घाटन करने वाले प्रधानमंत्री कौन होते हैं?
"संसद भवन के उद्घाटन समारोह में हमलोग नहीं जाएंगे. इतिहास को बदलने का प्रयास हो रहा है. राष्ट्रपति से उद्घाटन करवाना चाहिए था, पीएम क्यों उद्घाटन कर रहे हैं."- ललन सिंह,राष्ट्रीय अध्यक्ष,जदयू
'सम्राट चौधरी जो बोलेंगे वो कानून नहीं है': विपक्ष के बहिष्कार पर बीजेपी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि बिहार विधानसभा में भी शिलापट्ट का सीएम नीतीश कुमार ने ही उद्घाटन किया था तो क्या उस शिलापट्ट को उखाड़कर फेंक दिया जाएगा. इस पर ललन सिंह ने कहा कि सम्राट चौधरी जो बोलेंगे वह कानून नहीं है.
सुशील मोदी पर भी साधा निशाना: सुशील मोदी ने कहा था कि अगर इतनी ही दिक्कत है तो नए संसद भवन में पैर ना रखें विपक्ष के नेता. इस पर ललन सिंह ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी ही लोकतंत्र की आधारशिला रखेंगे क्या? सरकार अगर बदलेगी तो नए संसद भवन में कोई दूसरा काम होगा.
28 मई को पीएम करेंगे उद्घाटन: नए संसद भवन का 28 मई को पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे. संसद भवन बनने में कुल 28 महीने का समय लगा है. लोकसभा और राज्यसभा की तरफ से अगस्त 2019 को सरकार से नए संसद भवन के निर्माण के लिए अनुरोध किया गया था. 10 दिसंबर 2020 को पीएम मोदी ने नए संसद भवन का शिलान्यास किया था. चार मंजिला संसद भवन में कुल 1224 सांसदों के बैठने का प्रबंध है.