पटना: देशभर से प्रावसी मजदूरों का बिहार वापस आने का सिलिसिला शुरू हो चुका है. इन मजदूरों के लिए रोजगार और भोजन उपलब्ध कराना बिहार सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है. जहां एक ओर बिहार के बाहर फंसे मजदूर लगातार स्पेशल ट्रेन के माध्याम से वापस आ रहे है. वहीं, दूसरी ओर खगड़िया से लगभग 220 मजदूर तेलांगना चले गए. मजदूरों के पलायन को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है.
'संयम बरते मजदूर, सरकार करेगी व्यवस्था'
विपक्ष के इस वार पर पलटवार करते हुए श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि 'जो मजदूर यहां आ रहे हैं और जो यहां से वापस जाना चाह रहे हैं. दोनों इस संकट काल में संयम बरते. सरकार मजदूरों को लिए हर संभव व्यवस्था करने में जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि विपक्ष इस संकट काल में लोगों की मदद करने के बजाय राजनीति कर रही है. मंत्री विजय सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव कोरोना महामारी में कहीं और बैठकर घटिया राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने अतीत से कोई सीख नहीं लिया है.
'मजदूरों को कहीं भी आने-जाने की पूरी आजादी'
श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि अगर हमारे प्रदेश से कोई मजदूर अन्य प्रदेश में जाकर काम करना चाहता है, तो उसे आजादी है मजदूरों को कहीं और ज्यादा वेतन राशि मिल रही है. तो इसको लेकर कोई सियासत करने की जरूरत नहीं है. कई अन्य प्रदेश के मजदूर ऐसे भी है. जो बिहार में रहकर मजदूरी या अन्य नौकरी कर रहे हैं. बिहार सरकार मजदूरों के हित के लिए लगातार कार्य कर रही है. अन्य प्रदेश में रहने वाले मजदूरों को बिहार राज्य सरकार ने किसी भी प्रदेश की सरकार के अपेक्षाकृत सबसे पहले सहायता राशि उनके खाते में भेजी.
'चुनाव के बारे में फिलहाल नहीं सोच रही है पार्टी'
विधानसभा चुनाव को लेकर श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि साल के अंत तक बिहार विधानसभा चुनाव होने वाले थे. फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है. चुनाव आयोग की इस मामले पर निर्णय करनी है. इस समय बिहार सरकार चुनाव के बारे में नहीं सोच रही है. अभी सरकार का पहला फोकस कोरोना चुनौती से निपटना है. लोगों को जान को बचना सरकार की पहली प्रथमिकता है.