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30 साल से जेपी के अनुयायी सत्ता पर काबिज, लेकिन नहीं मिली बिहार को भ्रष्टाचार से मुक्ति

बिहार में सभी पार्टी के नेता जेपी के सपनों को पूरा करने की बात तो जरूर करते हैं. लेकिन जेपी के सपनों को आज तक किसी भी पार्टी ने पूरा नहीं किया, बल्कि राज्य में आई तकरीबन हर सरकार में भ्रष्टाचार व्याप्त रहा.

जेपी
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Published : Oct 11, 2019, 1:09 PM IST

Updated : Oct 11, 2019, 4:31 PM IST

पटनाः संपूर्ण क्रांति के नायक जयप्रकाश नारायण ने 1975 में भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंका था. बिहार से उठी संपूर्ण क्रांति की चिंगारी देश में आग की लपटों की तरह फैल गई. जेपी ने भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया लेकिन आंदोलन की परिणति आज मूर्त रूप में दिखाई नहीं देती.

भ्रष्टाचार की वजह से शुरू हुई थी क्रांति
5 जून 1975 को विशाल सभा में जेपी ने पहली बार संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था. यह क्रांति उन्होंने बिहार और भारत में फैले भ्रष्टाचार की वजह से शुरू की थी. बिहार में जेपी के अनुयायियों ने पिछले तीन दशक से सत्ता की बागडोर संभाल रखी है. पहले लालू प्रसाद यादव और अब नीतीश कुमार पिछले 30 साल से बिहार की सत्ता संभाल रहे हैं. लेकिन जेपी के सपनों का बिहार अब तक नहीं बन पाया है. परिवारवाद, वंशवाद और भ्रष्टाचार आज भी सिस्टम का हिस्सा है.

जेपी की फाइल फोटो
जेपी की फाइल फोटो

हर सरकार में हुए बिहार में घोटाले
जयप्रकाश नारायण ने भ्रष्टाचार को आंदोलन का हथियार बनाया था. लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी बिहार जैसा राज्य भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंसा है. पहले लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए. पशुपालन घोटाला और अलकतरा घोटाला के जरिए करोड़ों रुपये का वारा न्यारा हुआ. उसके बाद नीतीश कुमार के कार्यकाल में भी बिहार को घोटाले से मुक्ति नहीं मिली. नीतीश कुमार के कार्यकाल में दवा घोटाला, धान क्रय घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला और सृजन घोटाले के जरिए जनता की गाढ़ी कमाई का बंदरबांट हुआ.

स्पेशल रिपोर्ट

'जेपी भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाना चाहते थे'
इसके बावजूद बिहार के नेता जेपी के सपनों का बिहार बनाने का दंभ भरते हैं. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जेपी को हम पथ प्रदर्शक के रूप में मानते हैं. जेपी के बताए गए रास्तों पर चलकर ही बिहार का भला हो सकता है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा कि जयप्रकाश नारायण भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाना चाहते थे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार आज जेपी के सपनों को मूर्त रूप देने की कोशिश कर रही है.

'जेपी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए'
समाजवादी नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि जरूरी नहीं है कि हर आंदोलन अपने लक्ष्य को प्राप्त कर ले. महात्मा गांधी भी अपना लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाए थे उसी तरह जेपी भी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए. लेकिन जयप्रकाश नारायण ने लोगों को संघर्ष का रास्ता चुनने की राह दिखाई थी.

पटनाः संपूर्ण क्रांति के नायक जयप्रकाश नारायण ने 1975 में भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंका था. बिहार से उठी संपूर्ण क्रांति की चिंगारी देश में आग की लपटों की तरह फैल गई. जेपी ने भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया लेकिन आंदोलन की परिणति आज मूर्त रूप में दिखाई नहीं देती.

भ्रष्टाचार की वजह से शुरू हुई थी क्रांति
5 जून 1975 को विशाल सभा में जेपी ने पहली बार संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था. यह क्रांति उन्होंने बिहार और भारत में फैले भ्रष्टाचार की वजह से शुरू की थी. बिहार में जेपी के अनुयायियों ने पिछले तीन दशक से सत्ता की बागडोर संभाल रखी है. पहले लालू प्रसाद यादव और अब नीतीश कुमार पिछले 30 साल से बिहार की सत्ता संभाल रहे हैं. लेकिन जेपी के सपनों का बिहार अब तक नहीं बन पाया है. परिवारवाद, वंशवाद और भ्रष्टाचार आज भी सिस्टम का हिस्सा है.

जेपी की फाइल फोटो
जेपी की फाइल फोटो

हर सरकार में हुए बिहार में घोटाले
जयप्रकाश नारायण ने भ्रष्टाचार को आंदोलन का हथियार बनाया था. लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी बिहार जैसा राज्य भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंसा है. पहले लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए. पशुपालन घोटाला और अलकतरा घोटाला के जरिए करोड़ों रुपये का वारा न्यारा हुआ. उसके बाद नीतीश कुमार के कार्यकाल में भी बिहार को घोटाले से मुक्ति नहीं मिली. नीतीश कुमार के कार्यकाल में दवा घोटाला, धान क्रय घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला और सृजन घोटाले के जरिए जनता की गाढ़ी कमाई का बंदरबांट हुआ.

स्पेशल रिपोर्ट

'जेपी भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाना चाहते थे'
इसके बावजूद बिहार के नेता जेपी के सपनों का बिहार बनाने का दंभ भरते हैं. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जेपी को हम पथ प्रदर्शक के रूप में मानते हैं. जेपी के बताए गए रास्तों पर चलकर ही बिहार का भला हो सकता है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा कि जयप्रकाश नारायण भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाना चाहते थे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार आज जेपी के सपनों को मूर्त रूप देने की कोशिश कर रही है.

'जेपी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए'
समाजवादी नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि जरूरी नहीं है कि हर आंदोलन अपने लक्ष्य को प्राप्त कर ले. महात्मा गांधी भी अपना लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाए थे उसी तरह जेपी भी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए. लेकिन जयप्रकाश नारायण ने लोगों को संघर्ष का रास्ता चुनने की राह दिखाई थी.

Intro:संपूर्ण क्रांति के नायक जयप्रकाश नारायण ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंका और बिहार से उठी संपूर्ण क्रांति की चिंगारी देश के कोने कोने में आग की लपट बनकर भड़क उठी जेपी ने भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया लेकिन आंदोलन परिणति आज मूर्त रूप में दिखाई नहीं देती ।


Body:बिहार आंदोलन की भूमि रही है बिहार के मिट्टी से कई सामाजिक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आंदोलन प्रस्फुटित हुए और उसका असर राष्ट्रव्यापी हुआ संपूर्ण क्रांति के महानायक जयप्रकाश नारायण ने भी बिहार को प्रयोगशाला बनाया और भ्रष्टाचार के खिलाफ शंखनाद किया।
5 जून 1975 की विशाल सभा बीजेपी ने पहली बार संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था या क्रांति उन्होंने बिहार और भारत में फैले भ्रष्टाचार की वजह से शुरू की थी ।


Conclusion: बिहार में जेपी के अनुयायी ने पिछले तीन दशक से सत्ता की बागडोर संभाल रखा हैं। जेपी के आंदोलन एक घर से निकले नेताओं के हाथ में सत्ता की बागडोर है पहले लालू प्रसाद यादव और अब नीतीश कुमार पिछले 30 साल से बिहार की सत्ता संभाल रहे हैं जेपी के सपनों का बिहार अब तक नहीं बन पाया है परिवारवाद वंशवाद भ्रष्टाचार आज भी सिस्टम का हिस्सा है।
जयप्रकाश नारायण ने भ्रष्टाचार को आंदोलन का हथियार बनाया था लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी बिहार जैसे राज्य भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंसे हैं ।
पहले लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए पशुपालन घोटाला और अलकतरा घोटाला के जरिए करोड़ों रुपए का वारा न्यारा हुआ और उसके बाद से नीतीश कुमार के कार्यकाल में भी बिहार को घोटाले से मुक्ति नहीं मिली नीतीश कुमार के कार्यकाल में दवा घोटाला धान क्रय घोटाला छात्रवृत्ति घोटाला और सृजन घोटाले के जरिए जनता की गाढ़ी कमाई की करोड़ों रुपए का बंदरबांट हुआ ।
बावजूद इसके नेता बिहार को जेपी के सपनों का बिहार बनाने का दंभ भरते हैं। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि जेपी को हम पथ प्रदर्शक के रूप में मांगते हैं जेपी के बताए गए रास्तों पर चलकर ही बिहार का भला हो सकता है ।
भाजपा प्रवक्ता अजीत चौधरी में हाथी जयप्रकाश नारायण भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाना चाहते थे और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार आज जेपी के सपनों को मूर्त रूप देने का कोशिश कर रही है ।
जेपी ने भ्रष्टाचार मुक्त देश और राज्य की परिकल्पना की थी लेकिन आज वह सपना हकीकत में नहीं बदल पाया समाजवादी नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि जरूरी नहीं है कि हर आंदोलन अपने लक्ष्य को प्राप्त कर ले महात्मा गांधी भी अपना लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाए थे उसी तरह जेपी ही लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए लेकिन जयप्रकाश नारायण ने लोगों को संघर्ष का रास्ता चुनने की राह दिखाई थी
Last Updated : Oct 11, 2019, 4:31 PM IST
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