पटना : देश भर में लॉकडाउन के बीच ग्रामीण विकास विभाग ने जीविका के माध्यम से रोजगार की चुनौती को अवसर में बदला है. जीविका दीदियों ने राज्य में कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों को सस्ते और सुरक्षित मास्क मुहैया कराने का जो कार्य शुरू किया था वह मेहनत रंग लाती दिख रही है. सरकारी और अर्द्ध सरकारी में जीविका दीदियों के मास्क की बड़ी मांग है. जीविका दीदियों ने लाॅकडाउन की अवधि में 24 लाख मास्क बनाकर 2.30 करोड़ रुपये कमाए हैं. यह जानकारी ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने दी है.
मास्क की बाजार में काफी मांग
मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि कोरोना का प्रभाव बढ़ने के बाद जीविका समूहाें को सरकार ने सस्ती कीमत पर मास्क बनाने का दायित्व दिया था. जिसके बाद अब तक करीब 24 लाख मास्क बनाए गए हैं, जिनकी बिक्री से 2.30 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है. उन्हाेंने कहा कि जीविका समूह के मास्क की बाजार में काफी मांग है. क्योंकि यह मास्क बेहद सस्ते हैं.
जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है - मंत्री
श्रवण कुमार ने कहा कि इस काम में 2346 जीविका समूह लगी हैं. यह समूह रोज तकरीबन साढ़े पांच हजार से अधिक मास्क का निर्माण कर रही हैं. मंत्री ने कहा कि जीविका समूह की दीदियां मास्क बनाने के साथ ही लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए प्रेरित भी कर रही हैं. उन्हाेंने कहा कि जीविका समूहों की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है.