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NRC लिस्ट पर विपक्ष का विरोध, जीतन राम मांझी बोले- इसमें हैं बहुत सारी खामियां

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Published : Sep 1, 2019, 5:24 PM IST

केंद्र सरकार ने एनआरसी लिस्ट जारी की है. इसमें 19 लाख लोगों का नाम नहीं जोड़ा गया है. इसको लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साधा है.

पटना

पटना: एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) लिस्ट को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि 19 लाख लोगों को इस लिस्ट में नहीं जोड़ा गया है. इस लिस्ट में बहुत सारी गलतियां है. वहीं, बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि सरकार का विरोध करना विपक्ष का काम ही है.

एनआरसी लिस्ट पर बयानबाजी

जीतन राम मांझी ने कहा कि यह एनआरसी लिस्ट सही नहीं है. इसमें पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन आलम के परिवार सहित सेना के जवानों का भी नाम नहीं है. इस लिस्ट को बनाने में केंद्र सरकार ने चार साल लिए. इसके बाद भी लिस्ट में बहुत सारी खामियां है. केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि क्या 19 लाख लोगों को सरकार विदेशी घोषित करने वाली है?

'दुर्भावना से ग्रसित लिस्ट है'
इस मुद्दे पर आरजेडी के विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि अभी एनआरसी लिस्ट जो जारी किया गया है. केंद्र सरकार को इसकी सत्यता बतानी चाहिए. इस लिस्ट में बहुत से लोगों का नाम ही नहीं है. क्या केंद्र सरकार दुर्भावना से ग्रसित होकर लिस्ट जारी की है? इसकी जांच होनी चाहिए. केंद्र सरकार को विदेशों से आए लोगों का एक लिस्ट जारी करनी चाहिए.

  • 19 लाख लोग NRC से बाहर, अपील करने के लिए 4 महीने का समय#NRCList

    https://t.co/TtL4uhf7Qn

    — ETV Bharat Hindi (@Eenadu_Hindi) August 31, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'सरकार देशहित में काम करती है'
वहीं, एनआरसी लिस्ट पर बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि हर मुद्दे पर सरकार का विरोध करना विपक्ष का काम ही है. इनके बातों पर ध्यान हीं कौन देता है? सरकार देश की सुरक्षा और सद्भाव को देखते हुए हर कदम उठाती है. सरकार हमेशा देशहित में काम करती है.

पटना: एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) लिस्ट को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि 19 लाख लोगों को इस लिस्ट में नहीं जोड़ा गया है. इस लिस्ट में बहुत सारी गलतियां है. वहीं, बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि सरकार का विरोध करना विपक्ष का काम ही है.

एनआरसी लिस्ट पर बयानबाजी

जीतन राम मांझी ने कहा कि यह एनआरसी लिस्ट सही नहीं है. इसमें पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन आलम के परिवार सहित सेना के जवानों का भी नाम नहीं है. इस लिस्ट को बनाने में केंद्र सरकार ने चार साल लिए. इसके बाद भी लिस्ट में बहुत सारी खामियां है. केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि क्या 19 लाख लोगों को सरकार विदेशी घोषित करने वाली है?

'दुर्भावना से ग्रसित लिस्ट है'
इस मुद्दे पर आरजेडी के विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि अभी एनआरसी लिस्ट जो जारी किया गया है. केंद्र सरकार को इसकी सत्यता बतानी चाहिए. इस लिस्ट में बहुत से लोगों का नाम ही नहीं है. क्या केंद्र सरकार दुर्भावना से ग्रसित होकर लिस्ट जारी की है? इसकी जांच होनी चाहिए. केंद्र सरकार को विदेशों से आए लोगों का एक लिस्ट जारी करनी चाहिए.

  • 19 लाख लोग NRC से बाहर, अपील करने के लिए 4 महीने का समय#NRCList

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    — ETV Bharat Hindi (@Eenadu_Hindi) August 31, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'सरकार देशहित में काम करती है'
वहीं, एनआरसी लिस्ट पर बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि हर मुद्दे पर सरकार का विरोध करना विपक्ष का काम ही है. इनके बातों पर ध्यान हीं कौन देता है? सरकार देश की सुरक्षा और सद्भाव को देखते हुए हर कदम उठाती है. सरकार हमेशा देशहित में काम करती है.

Intro:एनआरसी की फाइनल लिस्ट को लेकर विपक्ष ने सरकार की मंशा पर उठाए सवाल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सरकार के मन से पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार एक समुदाय को हिंदुस्तान से बाहर निकालना चाहते हैं इसलिए ऐसा लिस्ट बनाया है आरजेडी ने भी जीतन राम मांझी के बयान पर हामी भरते हुए कहा कि केंद्र सरकार को लिस्ट में क्या सत्यता है उसकी जानकारी पूरे देश को देनी चाहिए।


Body:पटना--- एनआरसी की अंतिम सूची शनिवार को जारी कर दी गई जिसमें असम में 19 लाख से ज्यादा लोगों का नाम नहीं है यह लोग अपनी नागरिकता साबित करने में विफल रहे हैं एनआरसी की फाइनल लिस्ट पर केंद्र सरकार के मन से पर अब विपक्ष सवाल उठाने लगा है हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहां की केंद्र सरकार किसी दुर्भावना से ग्रसित होकर किसी एक समुदाय को हिंदुस्तान से बाहर करना चाहती है या उन्हें बदनाम करना चाहती है।

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनआरसी के फाइनल लिस्ट जारी होने पर कहा कि हम इस फाइनल लिस्ट को उचित नहीं मानते हैं क्योंकि इस फाइनल लिस्ट में बहुत सी खामियां हैं जो पूरा नहीं हो पाया है। जीतन राम मांझी ने एनआरसी के फाइनल लिस्ट पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमारे देश के राष्ट्रपति फखरुद्दीन आलम राष्ट्रपति थे जब उनका इस फाइनल लिस्ट में नाम नहीं है तो कह सकते हैं कि इसमें बहुत सी खामियां हैं यहां तक इस फाइनल लिस्ट में रिटायर जनरल उनका भी नाम नाम लिस्ट में नहीं है केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए जिताना माझी ने कहा केंद्र सरकार ने जिस तरह से 4 साल लगाया एनआरसी के लिस्ट बनाने में जिसमें करोड़ों रुपया लगा फिर भी एनआरसी की लिस्ट में बहुत सारा खामियां हैं।

जीता राम मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार जो सबूत चाहते हैं एनआरसी में वह सबूत गरीबों के पास नहीं है वह अपना मानक पूरा नहीं कर पा रहे हैं इसलिए इस एनआरसी के नाम पर आसाम में 19 लाख से ज्यादा लोगों को एनआरसी के लिस्ट में नाम नहीं है आज आसाम में है कल बंगाल में होगा परसों बिहार में होगा इसलिए इस तरह से एनआरसी तैयार करना यह उचित नहीं है इसलिए केंद्र सरकार को मापदंड अलग करना होगा और जो गरीब लोग हैं उन्हें दस्तावेज के अभाव में नाम नहीं जुड़ पाया है उनको भी लिस्ट में नाम जोड़ना चाहिए। इसलिए इस लिस्ट में बहुत सी त्रुटियां है जो सरकार को सही करनी होगी लेकिन दुर्भावना के माध्यम से जो लिस्ट जारी किया गया है उससे साफ है कि किसी एक समुदाय को केंद्र सरकार बदनाम करना चाहती है और हिंदुस्तान से बाहर कर देना चाहती।

वही एनआरसी के लिस्ट जारी होने पर आरजेडी के विधायक विजय प्रकाश ने भी सवाल उठाया है कि एनआरसी के लिस्ट जारी किया गया है उसमें क्या सत्यता है केंद्र सरकार को देश को बताना चाहिए क्योंकि इस लिस्ट में अधिकतर लोगों की नाम नहीं शामिल हुआ है तो क्या लगता है कि किसी दुर्भावना से ग्रसित होकर लिस्ट जारी की गई है पहले उसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही विजय प्रकाश ने कहा कि कितने लोग विदेशों से आए हैं उसका एक लिस्ट बनाकर सूची जारी करनी चाहिए सरकार को ताकि पता चले कि हमारे देश में कितने विदेशी रह रहे हैं।

एनआरसी की लिस्ट जारी होने पर जहां विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाया है तो वही सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष पर पलटवार किया है बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि विपक्ष का काम है है सिर्फ सवाल उठाना उन्हें देशहित से कोई लेना-देना नहीं है इसलिए इनकी बातों को देश इस समय नोटिस नहीं ले रहा है देश हित में होगा सरकार उस पर ही काम करती है जब हमने बीजेपी नेता से सवाल किया कि क्या बिहार में भी एनआरसी हैं तो उन्होंने साफ कहा कि फिलहाल में बिहार में तो अभी नहीं है लेकिन जो देश में होगा बिहार उससे बाहर नहीं होगा जब जहां जरूरत पड़ेगा वहां इस तरह का लिस्ट जारी की जाएगी।

बाइट-- जीतन राम मांझी पूर्व मुख्यमंत्री बिहार

बाइट--- विजय प्रकाश नेता आरजेडी

बाइट--- नवल किशोर यादव नेता बीजेपी


Conclusion:
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