नई दिल्ली/पटना: लोकसभा में शुक्रवार को ट्रिपल तलाक का बिल पेश हुआ, जिसको लेकर काफी विवाद भी हुआ. एनडीए का घटक दल जेडीयू ने इस बिल का समर्थन करने से इनकार कर दिया. जेडीयू सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी और दिनेश चंद्र यादव ने ईटीवी भारत से बात करते हुए अपनी पार्टी का स्टैंड दोहराया.
एनडीए-जेडीयू की अलग विचारधारा
जेडीयू सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी ने बताया कि ट्रिपल तलाक के बिल पर जेडीयू का समर्थन नहीं है. कई ऐसे मुद्दे हैं जिसपर पर जेडीयू और बीजेपी की अलग विचारधारा है. उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से कभी इस बात पर चर्चा नहीं की गई है. इसीलिए हमारी पार्टी इस बिल पर समर्थन करने से दूर रहेगी. उन्होंने कहा कि जहां तक महिलाओं को इस बिल से राहत मिलने की बात है. वह विश्लेषण के बाद मालूम चलेगा. फिलहाल ट्रिपल तलाक का मुद्दा जदयू के एजेंडे में नहीं है. इसीलिए पार्टी का इस फैसले से अलग रहने का विचार है.
मुस्लिम समुदाय पर छोड़ दें बात- दिनेश चंद्र यादव
सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि जेडीयू एनडीए में है. लेकिन दोनों की विचारधारा अलग है. कुछ मुद्दों पर जनता दल यूनाइटेड का भारतीय जनता पार्टी से अलग स्टैंड है. ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ में जदयू पहले भी थी और अब भी है. ट्रिपल तलाक बिल ठीक है या नहीं, इसे मुस्लिम समुदाय पर विचार के लिए छोड़ देना चाहिए.
विपक्षी दल ने किया बिल का विरोध
आपको बता दें कि कांग्रेस सहित विपक्ष के कुछ दल ट्रिपल तलाक बिल के मसौदे के विरोध में हैं. इस बिल को लेकर विपक्षी दलों के विरोध पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह विधेयक पिछली लोकसभा में पारित हो चुका है. लेकिन 16वीं लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने के कारण और राज्यसभा में लंबित रहने से यह निष्प्रभावी हो गया था. इसीलिए सरकार इसे दोबारा सदन में लेकर आई है.