पटना: बिहार सरकार ने जून महीने में बड़े पैमाने पर अधिकारियों का तबादला किया था. इसको लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना साध रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर घोटाला का आरोप लगाया था. तेजस्वी के आरोप पर जवाब देते हुए जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि 'जिनकी पहचान घोटालों से है. उन्हें हर जगह अनियमितता ही नजर आ रहा है'. बिहार में नीतीश सरकार के नेतृत्व में जीरो टॉलरेंस की नीति लागू है.
'भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश सरकार में कोई समझौता नहीं'
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा जून और दिसंबर में रुटीन ट्रांसफर होते हैं. लेकिन राजद को हर जगह सियासत की पड़ी हुई है. जनता आरजेडी के रोल को बखूबी जानती है. उन्होंने कहा कि जिनकी संस्कृति में घोटाला हो और जिनकी पहचान घोटालों की विरासत से हो उन्हें हर जगह अनियमितता ही नजर आएगी. सिर्फ आरोप लगाने से कुछ नहीं होने वाला है.
जदयू नेता ने कहा कि नीतीश सरकार के नेृतत्व में बिहार में जीरो टॉलरेंस की नीति लागू है. नीतीश कुमार ने पहले भी भ्रष्टाचार को लेकर कोई समझौता नहीं किया है और आगे भी नहीं करेंगे. बिहार की जनता को तेजस्वी समेत राजद पर भरोसा नहीं है.
अनियमितता बरतने पर तबादले में रोक
बता दें कि नीतीश सरकार ने जून के महीने में मंत्रियों के स्तर से तबादले की व्यवस्था की है और इस कारण जून के महीने में हर साल बड़े पैमाने पर तबादले होते रहे हैं. तबादलों में अनियमितता की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री की ओर से उस पर कार्रवाई भी होती रही है. इस बार भी सीएम ने अनियमितता बरतने की सूचना मिलने पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में हुए तबादले पर रोक लगा दी है. इसलिए विपक्ष को नीतीश सरकार पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है.